श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री सैयद बशारत बुखारी गुरुवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) में फिर से शामिल हो गए. बुखारी ने 2019 में पीडीपी छोड़ दी थी और सज्जाद गनी लोन की अध्यक्षता वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) में शामिल हो गए थे.
बुखारी मुफ्ती मुहम्मद सईद और बाद में उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री थे. बुखारी को हाल ही में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से निष्कासित कर दिया गया था. गुरुवार को श्रीनगर में पीडीपी मुख्यालय पहुंचे बुखारी ने पार्टी में फिर से शामिल होने की घोषणा की.
इस मौके पर उन्होंने पार्टी के मिशन और विजन में योगदान देने की बात की और कहा, "मैं पीडीपी, खासकर महबूबा मुफ्ती के साथ एक बार फिर काम करने के लिए बहुत उत्साहित हूं."
पीडीपी नेताओं ने विश्वास जताया कि बुखारी की वापसी से पार्टी मजबूत होगी और जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रयासों में तेजी आएगी. नेताओं ने उम्मीद जताई कि बुखारी के अनुभव से क्षेत्र के विकास के लिए पीडीपी के प्रयास सफल होंगे.
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के एक अन्य वरिष्ठ शिया मुस्लिम नेता इमरान रजा अंसारी ने कुछ मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया कि वह भी पीडीपी में फिर से शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि पीडीपी में फिर से शामिल होने के अपमान के बजाय वह मौत को गले लगाने को प्राथमिकता देंगे. अंसारी ने कहा कि पीडीपी जम्मू-कश्मीर की राजनीति एक 'डूबता जहाज' है. ऐसे में पीडीपी में शामिल होने के बारे में सोच भी नहीं सकते.
ये भी पढ़ें : अंतर धार्मिक संवाद पर बोले बीकानेर के वन अधिकारी अहमद हारून क़ादरी: "मोहब्बत ही हमारा पैग़ाम है"
ये भी पढ़ें : केरन घाटी: अब मुठभेड़ों से नहीं, पर्यटन से पहचान
ये भी पढ़ें : कश्मीर: कुपवाड़ा के डिजिटल इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एजुकेशन में Modern technology skills
ये भी पढ़ें : ताजिया कैसे बनाया जाता है?