नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार 2,972 अग्निवीरों का पांचवां बैच

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 06-03-2025
Fifth batch of 2,972 Agniveers ready to join Navy
Fifth batch of 2,972 Agniveers ready to join Navy

 

नई दिल्ली
 
भारतीय अग्निवीरों का पांचवां बैच अपनी ट्रेनिंग के बाद देश सेवा के लिए तैयार है. इन अग्निवीरों की पासिंग आउट परेड (पीओपी) 7 मार्च को नौसेना के 'आईएनएस चिल्का' में होने जा रही है. इस पासिंग आउट परेड में लगभग 2,972 अग्निवीरों के प्रशिक्षण का सफल समापन होगा.  
 
खास बात यह है कि अपना प्रशिक्षण पूरा करने वाले इन युवाओं में महिला अग्निवीर भी शामिल हैं. सभी अग्निवीरों ने आईएनएस चिल्का में नौसेना के अनुशासन का पालन करते हुए कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया है.
 
दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहेंगे. वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास पासिंग आउट परेड का भी निरीक्षण करेंगे. इस महत्वपूर्ण अवसर पर अग्निवीरों के गौरवान्वित परिवार भी उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा, उच्च उपलब्धि वाले दिग्गज और प्रतिष्ठित खेल हस्तियां भी मौजूद रहेंगी, जो अग्निवीरों को उनकी उल्लेखनीय यात्रा में प्रेरणा देंगी.
 
वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारी समापन समारोह में शामिल होंगे. वे विभिन्न प्रशिक्षुओं और डिवीजनों को पुरस्कार और ट्रॉफियां से सम्मानित करेंगे. शुक्रवार को ही 'आईएनएस चिल्का' में प्रशिक्षुओं की द्विभाषी पत्रिका 'अंकुर' का विमोचन भी किया जाएगा.
 
यह पासिंग आउट परेड न केवल प्रारंभिक नौसेना प्रशिक्षण का सफल समापन है, बल्कि युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार भारतीय नौसेना में अग्निवीरों की यात्रा का एक प्रतीक भी है.
 
भारतीय नौसेना के यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और क्षेत्रीय दूरदर्शन नेटवर्क पर पासिंग आउट परेड का सीधा प्रसारण किया जाएगा. इससे पहले बीते वर्ष आईएनएस चिल्का पर ही अग्निवीरों के चौथे बैच की पासिंग आउट परेड हुई थी.
 
अब इस वर्ष होने जा रहे इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पास आउट होने वाले अग्निवीरों का वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अवलोकन किया जाएगा. आईएनएस चिल्का में दिए गए प्रशिक्षण में शैक्षणिक एवं सेवा के विभिन्न पहलुओं की ट्रेनिंग दी जाती है.
 
इसके अलावा, इस ट्रेनिंग में कर्तव्य, सम्मान एवं साहस के मूल मूल्यों पर आधारित आउटडोर प्रशिक्षण भी शामिल होता है.