नई दिल्ली. हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग समाप्त हो चुकी है. चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य में शाम सात बजे तक 61.19 फीसद वोटिंग हुई. राज्य में किसकी सरकार बनेगी, इस पर सर्वे एजेंसियों का एग्जिट पोल आ चुका है. सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को आगे बताया गया है. उधर, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के कांटे की टक्कर में आगे रहने की भविष्यवाणी की गई है. 90 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है. राज्य में 10 साल बाद चुनाव हुए हैं.
हरियाणा में, इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन को 90 में से 59 सीटें और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 21 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही राज्य में अन्य पार्टियों को 2 से 6 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
ध्रुव रिसर्च के एग्जिट पोल में राज्य में इंडी गठबंधन को 57 सीटें और एनडीए गठबंधन को 27 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही अन्य पार्टियों को 0 से 6 सीटें मिलने का अनुमान है.
सीएनएन 24 के एग्जिट पोल में राज्य में इंडी गठबंधन को 59 सीटें और एनडीए गठबंधन को 21 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही अन्य पार्टियों को 10 सीटें मिलने का अनुमान है.
रिपब्लिक मैट्रिज के एग्जिट पोल में राज्य में इंडी गठबंधन को 55 से 62 सीटें और एनडीए गठबंधन को 18 से 24 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही अन्य पार्टियों को 2 से 5 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
पीपुल्स पल्स ने अपने एग्जिट पोल में इंडी गठबंधन को 49 से 61 सीटें मिलने का अनुमान लगाया और एनडीए गठबंधन को 20 से 32 सीटें व अन्य के खाते में 0 से 5 सीटें मिलने की बात कही है.
डेटाअंश रेड माइक के एग्जिट पोल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन को राज्य में 50 से 55 सीटें, तो वहीं भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 20 से 25 सीटें व अन्य को 0 से 4 सीटें जीतने का दावा किया गया है.
मनी कंट्रोल के एग्जिट पोल में इंडी गठबंधन को राज्य में 58 और एनडीए को को 24 व अन्य को 6 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
इसके अलावा दैनिक भास्कर के एग्जिट पोल में राज्य में इंडी गठबंधन को 44 से 54 सीटें और एनडीए गठबंधन को 23 से 29 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही अन्य पार्टियों को 1 से 9 सीटें मिलने की बात कही गई है.
हरियाणा में 90 विधानसभा चुनावों पर हुई वोटिंग में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 सीटें है. सर्वे में कांग्रेस की अगुवाई में इंडी गठबंधन बढ़त बनाते दिख रहा है.
जम्मू-कश्मीर में टीवी-टुडे सी-वोटर के अनुमानों के अनुसार, एनसी-कांग्रेस गठबंधन 40-48 सीटें जीत सकता है, जबकि भाजपा 27-32 सीटें जीत सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 6-12 सीटें जीत सकती है, जबकि अन्य 6-11 सीटें जीत सकते हैं.
दैनिक भास्कर के अनुमान के अनुसार, एनसी-कांग्रेस गठबंधन 35-40 सीटें जीत सकता है. भाजपा 20-25 सीटें जीत सकती है, पीडीपी 4-7 जबकि अन्य 12-18 सीटें जीत सकते हैं. पीपुल्स पल्स सर्वे ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 46-50 सीटें और भाजपा को 23-27 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. उनके अनुसार, पीडीपी 7-11 सीटें जीत सकती है जबकि अन्य 4-6 सीटें जीत सकते हैं. रिपब्लिक टीवी पर गुलिस्तां न्यूज के अनुमान में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 28-30 सीटें, कांग्रेस को 3-6 सीटें, पीडीपी को 5-7 सीटें और अन्य पार्टियों और निर्दलीयों को 8-16 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
भारत के चुनाव आयोग ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव में कुल 63.88 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव आयोग ने कहा कि 1 अक्टूबर को हुए तीसरे चरण में 69.69 प्रतिशत मतदान हुआ. चरण-1 और चरण-2 में क्रमशः 61.38 प्रतिशत और 57.31 प्रतिशत मतदान हुआ. जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गए. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में ये पहले विधानसभा चुनाव थे. जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस, जो कि इंडिया गठबंधन में भागीदार हैं, ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा, जबकि पीडीपी और भाजपा ने अपने दम पर चुनाव लड़ा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (भाजपा), लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत प्रमुख नेताओं ने हफ्तों तक बड़े पैमाने पर प्रचार किया. मतगणना 8 अक्टूबर को होगी. 2023 में, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को 30 सितंबर, 2024 तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने का निर्देश दिया.
(नोट: एजेंसयिों के ये एग्जटि पोल अंतमि नतीजे नहीं हैं. आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद ही आखिरी नतीजे सामने आएंगे.)