नई दिल्ली. ईवीएम को लेकर कांग्रेस के रुख से अलग जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता उमर अब्दुल्ला के स्टैंड लेने के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. श्रीनगर से एनसी सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने सोमवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि सबका अपना ऑब्जर्वेशन होता है.
इंडिया गठबंधन के सदस्यों के बीच विभिन्न मुद्दों पर मतभेद का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. गठबंधन की बागडोर के बाद अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर मतभेद सामने आया, जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस मुद्दे पर कांग्रेस से अलग विचार प्रकट करते हुए कहा कि चुनाव हारने पर ईवीएम को दोष देना गलत है. कांग्रेस को यथार्थ को समझना चाहिए और जनादेश को स्वीकार करना चाहिए.
श्रीनगर से सांसद रुहुल्लाह मेहदी ने कहा, "उमर अब्दुल्ला ने ईवीएम पर अपनी ओपिनियन दी और खुली राय रखी. लेकिन इसी तरह दूसरों की भी ओपिनियन है. सभी का अपना-अपना ऑब्जर्वेशन होता है. सभी राज्यों के समीकरण अलग-अलग होते हैं. ऐसे में अगर कोई सवाल उठाता है, तो न्यायपालिका और चुनाव आयोग को उस सवाल को सुनना चाहिए."
एनसी नेता ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में जब चुनाव हुए, तो हम जानते हैं कि वहां पर हालात कैसे थे और चुनाव आयोग ने ईवीएम से कैसे वोटिंग कराई. उसी तरह से हरियाणा चुनाव में वहां के लोग जानते हैं कि हालात कैसे थे? वो खुद उस बात के गवाह है कि चुनाव आयोग और वोटिंग मशीन ने कैसे काम किया. ऐसे में हर राज्य के लोग वहां के हालात के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं. जिस तरह से जम्मू-कश्मीर परिप्रेक्ष्य में ईवीएम को लेकर हमारी राय रही है, वैसे ही हरियाणा में ईवीएम को लेकर वहां के लोग जो सवाल उठा रहे हैं, उनको भी सुनना चाहिए."
उल्लेखनीय है कि हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा, इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका और ईवीएम को लेकर सवाल उठाना शुरू किया है.