लखनऊ. उत्तर प्रदेश में सभी क्षेत्रों से जुड़े लोग शनिवार को ईद-उल-फितर मनाने के लिए जुटे और एक-दूसरे को त्योहार की बधाई दी, जबकि मुख्यमंत्री ने मौज-मस्ती करने वालों से कोरोनोवायरस मामलों में वृद्धि के बीच सावधानी बरतने की अपील की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर राज्य के लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ने ईद-उल-फितर के मौके पर राज्य के लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद का त्योहार खुशियों का पैगाम लेकर आता है. यह त्योहार शांति और सद्भाव का संदेश देता है.’’
ईद के मौके पर सभी को सद्भावना को और मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी एहतियात बरतते हुए ईद-उल-फितर मनाएं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि राज्य में ईद की नमाज सभी 31,838 स्थानों पर शांतिपूर्वक संपन्न हुई. उन्होंने कहा, ‘‘सभी के प्रयासों और कुशल प्रबंधन के कारण कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.’’ लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में ईद के मौके पर विशेष नमाज अदा की गई, जहां बुजुर्ग और जवान एक-दूसरे को गले मिले और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते नजर आए.
ईदगाह जाने वालों में प्रमुख रूप से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल थे, जिन्होंने जोर देकर कहा कि यह दिन भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है. लखनऊ में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में विभिन्न पार्टियों के प्रत्याशी और कांग्रेसी नेता भी ईदगाह पर नजर आए. इससे पहले शुक्रवार को मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर (अध्यक्ष) मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और ईदगाह लखनऊ के काजी-ए-शहर ने ऐलान किया था कि चांद नजर आ गया है और शनिवार को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी. रमजान के महीने के आखिरी शुक्रवार को जुमा अलविदा की नमाज मुस्लिम समुदाय ने राज्य की मस्जिदों में अदा की, जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.