हैदराबाद
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 'हीरा गोल्ड स्कैम' के आरोपी हीरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक शेख नौहेरा की संपत्तियों पर छापेमारी की. हैदराबाद में पांच अलग-अलग जगहों पर की गई इस कार्रवाई में ईडी के अधिकारियों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेजों के अलावा 90 लाख रुपये नकद जब्त किए.
गौरतलब है कि पिछले साल, ईडी ने नौहेरा और हीरा ग्रुप ऑफ कंपनीज की 24 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था. ये संपत्तियां लोगों से सैकड़ों करोड़ की धोखाधड़ी करने के मामले में, 2002 के धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत 33.06 करोड़ रुपये के जुर्माने के साथ अस्थायी रूप से कुर्क की गई थीं.
इससे पहले, ईडी ने हीरा ग्रुप ऑफ कंपनीज, हैदराबाद स्थित फर्म मेसर्स एसए बिल्डर्स एंड डेवलपर्स और बेंगलुरु स्थित कंपनी मेसर्स नीलांचल टेक्नोक्रेट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कथित तौर पर अपराध की आय से अर्जित 367 करोड़ रुपये की संपत्ति को भी अस्थायी रूप से जब्त किया था.
इस मामले में कुल जब्ती 400.06 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है. शेख नौहेरा की जांच मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) और वर्तमान में ईडी द्वारा एक गोल्ड पोंजी स्कीम के संबंध में की जा रही थी.
उन्होंने कथित तौर पर लगभग दो लाख निवेशकों से 500 करोड़ रुपये या उससे अधिक एकत्र किए हैं. हीरा ग्रुप के निवेशक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र और खाड़ी देशों में फैले हुए हैं, जहां इसके कार्यालय स्थित हैं. नौहेरा ने अपने निवेशकों को पोंजी स्कीम में 32-42% रिटर्न देने का वादा किया था.
जब उनकी कंपनियों ने भुगतान में चूक करना शुरू किया, तो ईडी सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा कई मामले दर्ज किए गए.