कोलकाता. सरकार द्वारा 15 साल पुराने पंजीकृत वाहनों को सड़क से हटाने के आदेश के बाद कोलकाता की पहचान पीली टैक्सियां सड़कों से गायब होती दिख रही हैं. मार्च 2025 के बाद से और अधिक संख्या में इसको बंद करने की खबरें हैं, इसे लेकर आईएएनएस की टीम ने सोमवार को टैक्सी ड्राइवरों और यात्रियों से बात की.
कोलकाता अपने आप में एक अनोखा शहर है. यहां कि कई चीजें अपने आप में विरासत रही हैं. इसी में से एक यहां की सड़कों पर चलने वाली पीली टैक्सियां भी हैं, जो दशकों से इस शहर की पहचान रही हैं. लेकिन अब धीरे-धीरे यह बंद होने के कगार पर हैं. राज्य परिवहन विभाग की तरफ से लगाई गई 15 साल की सेवा सीमा के कारण मार्च 2025 तक इन टैक्सियों को हटाया जा रहा है.
करीब 20 वर्षों से पीली टैक्सी चलाने वाले राकेश कुमार मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, "सुनने में आया है कि मार्च 2025 के बाद कोलकाता के सड़कों पर पीली टैक्सियों का चलना बंद हो जाएगा. सरकार से यही कहना चाहूंगा कि जो अच्छा होगा, उसको करें. इस टैक्सी की वजह मेरा घर चलता है, इसके बंद हो जाने से बहुत असर पड़ेगा, मेरा मानना है कि टैक्सी चलते रहना चाहिए"
कोलकाता के सड़कों पर करीब 30 सालों से टैक्सी चलाने वाले मुहम्मद आलम ने बताया, "सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है, जिस गाड़ी को 15 साल हो गया है, उसे हटाया जाएगा. ऐसे में जो गाड़ी 15 साल की होती जा रही है, उनको कैंसिल कर दिया जा रहा है. लेकिन 15 साल से अधिक की कुछ गाड़ियां अभी भी चल रही हैं. उनको भी कैंसिल किया जाएगा. आलम ने कहा कि सरकार से हम यही कहेंगे कि हमको ध्यान में रखकर फैसला लिया जाए. हम लोगों की काफी उम्र हो गई है और अब किसी और लाइन में जाकर व्यवसाय नहीं कर सकते."
एक अन्य टैक्सी ड्राइवर पूर्णिया सिंह ने बताया कि उनको इस व्यवसाय में करीब 30 साल से अधिक हो गया. अभी एक नया नियम निकला है, इसके अंतर्गत 15 साल पुरानी गाड़ियों को बंद किया जाएगा. टैक्सी यूनियन की तरफ से हम लोगों ने सरकार से यह मांग की है कि पीली टैक्सियों को चलने का परमिशन दें. सरकार इस पर विचार कर रही है.
पीली टैक्सी के सवारियों ने बताया कि बंगाल के लोगों की आन, बान और शान यहां की पीली टैक्सियां हैं. इन टैक्सियों से हम लोगों की पहचान है, सरकार से अपील है कि इसको लेकर कुछ नया निर्णय लें. इन टैक्सियों को हम बचपन से देखते आ रहे हैं. इनको बंद होने के बारे में सुनने पर बहुत बुरा लग रहा है. सरकार से अनुरोध है कि अगर ये चलेंगी तो अच्छा रहेगा.