पटना के डॉ. सैय्यद शाह शमीमुद्दीन मुनेमी ने मुसलमानों काे यूसीसी पर धैर्य रखने की सलाह दी

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 07-07-2023
पटना के डॉ. सैय्यद शाह शमीमुद्दीन मुनेमी ने मुसलमानों काे यूसीसी पर धैर्य रखने की सलाह दी
पटना के डॉ. सैय्यद शाह शमीमुद्दीन मुनेमी ने मुसलमानों काे यूसीसी पर धैर्य रखने की सलाह दी

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 

समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना से प्रोफेसर सैयद शाह शमीमुद्दीन ने सभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक मसौदा सामने न आ जाए क्यों परेशान होना. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना से प्रोफेसर सैयद शाह शमीमुद्दीन ने लोगों को खुले शब्दों में समझाया कि ये वोट नही के सब के सब देने लगे. आप खुद ही सुनिए मौलाना का परिपक्व बयान, उनके विचार बिल्कुल स्पष्ट हैं, हर किसी को उनके ज्ञान को सुनना चाहिए और उसका पालन करना चाहिए. सैयद शाह शमीमुद्दीन ने लोगों को समझते हुए कहा कि धैर्य सबसे अच्छी नीति है. 
 
समान नागरिक सहिंता के बारे में उन्होनें कहा कि अभी तो यह भी नहीं पता कि यूसीसी का नेचर क्या होगा ऐसे में आपको धैर्य रखने की जरुरत है अपनी प्रतिक्रीया देने में जल्द बाजी मत कीजिए अपने आप को महफूज़ रखिए घबराए नहीं. 
 
 
"आप दक्षिण में चले जाईए वहां का खाना पीना बोलना ओढ़ना, हंसना रोना सब अलग है तो इनको भी फ़िक्र होगी आप ही क्यों फिकरमंद हो आप रुको ठहरों। दूसरे लोग आगे बढ़ें गुजरात और असम का ट्रेडिशन अलग एक दाहिने में तो एक बहिने में किसी भी चीज़ पर अमल करने के लिए वो चीज़ सामने होनी चाहिए अभी तो यह भी नहीं पता कि यूसीसी का नेचर क्या होगा ऐसे में आपको धैर्य रखने की जरुरत है अपनी प्रतिक्रीया देने में जल्द बाजी मत कीजिए अपने आप को महफूज़ रखिए घबराए नहीं हेरत में मत रहिए जब वक़्त आएगा तो देखा जाएगा क्या वो करते हैं कैसे वो करते हैं उनके यहां भी काफी अन्य राय हैं सबको मिलाके कैसे वो एक करते हैं जैसे आपके यहां वीरता कानून है वैसे ही उनके यहां भी विरासत का कानून है वो भी अपनी विरासत के सिलसिले में विरासत का कानून रखते हैं ईसाईयों का अपना कानून है, बोधों का अपना कानून है, पारसियों का अपना कानून है वैसे ही मुसलमानों का अपना कानून है जब इस मसले में कोई नक्शा साफ होगा तो हम सब अपनी प्रतिक्रिया देंगें और हम लोग इस सिलसिले को समझेंगें तो अभी से बहुत ज्यादा परेशान होना अपनी हालत बिगड़ लेना ये कोई वोटिंग नहीं है कि हर आदमी अपनी राय दर्ज कराए इत्मीनान से बैठिए."
 
UCC पर मुसलमानों का नजरिया बदलने और धैर्य बनाए रखने की सलाह देते पटना के डॉ. सैय्यद शाह शमीमुद्दीन मुनेमी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है सभी इनकी बात पर अपनी सहमती जता रहें हैं इस वीडियो पर सभी अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहें हैं एक सोशल मीडिया यूजर ने इस वीडियो पर लिखा "बहोत सही, सीधे शब्दों में सटीक, "ये वोट नही के सब के सब देने लगे". 
 
वहीँ एक दूसरे सोशल मीडिया यूजर ने इस वीडियो पर लिखा "वो जो बोल रहे हैं निस्संदेह समझदारी वाली बात है जब तक मसौदा सामने ना आ जाये क्यूं हलकान होना लेकिन सुभाष जी संदेह तो इसी बात का है की सत्ता की मंशा क्या है और उस पर सरकार के प्रवक्ता ट्रोलर्स मंंत्री नेताओं के बयान तो अलग तसवीर पेश करते हैं ना ?रही बात औवेसी की तो खैर जाने दिजिय.
 
वहीँ एक दूसरे सोशल मीडिया यूजर ने इस वीडियो पर लिखा "बहुत सही कह रहे हैं मौलाना हमें जल्दी नही दिखानी चाहिए ". 
 
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) भारत में एक प्रस्तावित कानून है जिसका उद्देश्य सभी व्यक्तियों पर लागू समान व्यक्तिगत कानून स्थापित करना है, चाहे उनका लिंग, यौन रुझान या धार्मिक संबद्धता कुछ भी हो.  
 
भारत में समान नागरिक संहिता का उद्देश्य क्या है?
 
भारत में यूसीसी का उद्देश्य महिलाओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों सहित कमजोर समुदायों की रक्षा करना है, जैसा कि अंबेडकर ने कल्पना की थी, साथ ही एकता के माध्यम से राष्ट्रवादी उत्साह को बढ़ावा देना है.
 
लागू होने पर, कोड का लक्ष्य उन कानूनों को सरल बनाना होगा जो वर्तमान में धार्मिक विचारों के आधार पर विभाजित हैं, जैसे कि हिंदू कोड बिल, शरिया कानून और अन्य. यह संहिता विवाह समारोहों, उत्तराधिकार, विरासत और गोद लेने को नियंत्रित करने वाले जटिल नियमों को सरल और अधिक सार्वभौमिक बनाएगी. फिर सभी नागरिक, उनकी धार्मिक संबद्धता की परवाह किए बिना, समान नागरिक कानून के अधीन होंगे.
 
देखिए :-