आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
दीपों का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया गया.. कई जगह जहां सेना आम आदमी के साथ त्योहार में शामिल हुई, वहीं कक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षाबलों के साथ त्योहार मनाया. इस बार अघोषित रूप से पटाखे जलाने पर छूट की वजह से आज सुबह तक वातावरण में बारूद की गंद महसूस की गई. इस बीच हादसे भी दर्ज किए गए और कई को जान माल का नुक्सान पहुंचा. इस दिवाली श्रीनगर के लाल चौक पर त्योहार मनाना चर्चा का विषय रहा. लाल चौक पर दस हजार दिए जलाए गए.
इस आयोजन में पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया.जम्मू-कश्मीर में लाल चौक के श्रीनगर के ऐतिहासिक घंटा घर पर लोगों द्वारा दीये जलाते हुए दिल को छू लेने वाले वीडियो सामने आए.पश्चिमम् शारदा पीठम द्वारा आयोजित इस उत्सव में स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों ने बड़ी संख्या में भाग लिया.
— Fatima Dar (@FatimaDar_jk) October 31, 2024
अंबाला में भीषण आग, 4 कारें और 1 ऑटो खाक
गुरुवार को अंबाला शहर में एक पार्किंग स्थल पर भीषण आग लगने से चार कारें और एक ऑटोरिक्शा जलकर खाक हो गए, एक अधिकारी ने बताया.फायर ऑफिसर तरसेम राणा के अनुसार, "अंबाला शहर के रामबाग इलाके में भीषण आग लगने से 4 कारें और 1 ऑटोरिक्शा क्षतिग्रस्त हो गए.
घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद हमने 2 फायर टेंडर भेजे."फायर ऑफिसर ने कहा, "आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. गुरुवार तक अंबाला में 5-6 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं."
आंध्र प्रदेश के एलुरु में पटाखा विस्फोट में 1 की मौत, 6 घायल
गुरुवार को आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में एक बड़ी पटाखा दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 6 अन्य घायल हो गए. यह विस्फोट 'प्याज बम' की बोरी से हुआ, जिसे दो लोग दोपहिया वाहन पर ले जा रहे थे.मृतक की पहचान सुधाकर के रूप में हुई है, जो विस्फोटक ले जा रहे दोपहिया वाहन पर सवार था. स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि विस्फोट में सुधाकर का शरीर क्षत-विक्षत हो गया.
पांच लोग सड़क किनारे खड़े थे. विस्फोट की चपेट में आ गए. विस्फोट ठीक उसी समय हुआ जब पटाखों से भरा दोपहिया वाहन उनके पास से गुजर रहा था.घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें दिख रहा है कि स्कूटर में पटाखे लेकर जा रहे लोग आग लगने से ठीक पहले एक रिहायशी गली से गुजरे.पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है..
कानपुर में फर्नीचर की दुकान में भीषण आग
कानपुर जिले के सीसामऊ थाना क्षेत्र के भदौरिया चौराहा स्थित एक फर्नीचर की दुकान में भीषण आग लग गई, गुरुवार को एक अधिकारी ने बताया.कानपुर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) दीपक कुमार ने घटना के बारे में कहा, "फर्नीचर मार्केट में भीषण आग लग गई. आग की लपटें आस-पास के घरों तक फैल रही थीं। आग पर काबू पा लिया गया है."
अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के लिए 6 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई हताहत या घायल नहीं हुआ है.आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है.इस बीच, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के इंदिरापुरम ज्ञान खंड 3 इलाके में एक इमारत में आग लग गई.इलाके से मिली तस्वीरों में दमकल विभाग आग बुझाता हुआ दिखाई दे रहा है.
तमिलनाडु: दिवाली पर बेचे 6,000 करोड़ के पटाखे
तमिलनाडु फायरवर्क्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने बताया है कि राज्य के विरुधुनगर जिले में स्थित शिवकाशी के पटाखा कारखानों ने दिवाली के लिए देश भर में 6,000 करोड़ रुपये के पटाखे बेचे हैं. एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि शिवकाशी में सौ साल पुराने आतिशबाजी उद्योग को इस साल उत्पादन में उल्लेखनीय गिरावट का सामना करना पड़ा है.
यह कमी मुख्य रूप से सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखों के निर्माण में एक प्रमुख घटक बेरियम नाइट्रेट पर प्रतिबंध को दोहराए जाने और आपस में जुड़े हुए पटाखों पर अतिरिक्त प्रतिबंधों के कारण है - एक फ्यूज से जुड़े अलग-अलग पटाखों के सेट, जिससे एक पटाखा जलने पर वे क्रमिक रूप से जलते हैं.
शिवकाशी में व्यवसाय के मालिकों ने बताया कि आपस में जुड़े हुए पटाखों पर प्रतिबंध के कारण उत्पादन में कम से कम 30 प्रतिशत की गिरावट आई है. आतिशबाजी निर्माताओं के अनुसार, शिवकाशी और आस-पास के गांवों में 300 से अधिक कारखाने आपस में जुड़े हुए पटाखे बनाते हैं.
कालीश्वरी फायरवर्क्स के ए.पी. सेल्वराजन ने कहा: "शिवकाशी में कुल उत्पादन में ध्वनि वाले पटाखों का हिस्सा 40 प्रतिशत है. उन ध्वनि उत्पादों में से, लगभग 20 प्रतिशत आपस में जुड़े हुए पटाखे थे." उन्होंने कहा कि पटाखों के कई निर्माताओं ने महीनों तक अपनी फैक्ट्रियां बंद रखी हैं, जिसके कारण श्रमिक दूसरी फैक्ट्रियों में चले गए हैं.
शिवकाशी में 1,150 पटाखा फैक्ट्रियों के लगभग चार लाख श्रमिक इस साल 6,000 करोड़ रुपये के पटाखे बनाने में शामिल थे.शिवकाशी को भारत के पटाखा उद्योग का केंद्र माना जाता है, जो देश के लगभग 70 प्रतिशत पटाखों का उत्पादन करता है.
प्रकाश पर्व दीपावली में जगमगाया बिहार, नीतीश ने भी मिट्टी के दीये जलाए
बिहार में प्रकाश पर्व दीपावली धूमधाम से मनाई गई. पूरा प्रदेश दीयों और रंग -बिरंगी लाइटों से जगमग रहा. घरों में गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा हुई. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में मिट्टी के दीये जलाए.
बिहार की राजधानी पटना दुल्हन की तरह सजी हुई है. बड़ी-बड़ी बिल्डिंग, दुकान और मकान रंग -बिरंगी रोशनी से नहाये हुए हैं. बहुमंजिला इमारतों को एलईडी लाइटों से सजाया गया है. शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक जगमगा रहे हैं. आम से लेकर खास तक, सभी के घरों में दीपावली की रौनक है.
शहर में चौक-चौराहों पर रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गई हैं, जो काफी आकर्षित कर रही हैं. घरों, दुकानों और बाजारों में सजावट की भव्यता दिखाई पड़ रही है. घरों को बिजली के झालरों से भी सजाया गया है. मंदिरों में ही नहीं, घरों में पूजा-पाठ का समय, बाजार का माहौल और खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ ने शहर की रौनक बढ़ा दी है.
प्रदूषण की समस्या के बीच आतिशबाजी का शोर सुनाई दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रकाश पर्व दिवाली के मौके पर अपने आवास एक अन्ने मार्ग में दीप जलाया. मुख्यमंत्री के साथ उनके बेटे निशांत और परिवार के अन्य सदस्य तथा कार्यालय कर्मचारी भी मौजूद थे.
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