शाहताज खान / पुणे
अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री के रहमान ने कहा कि सिर्फ जज्बात से कोई कौम तरक्की नहीं करती. हमारे पास वक्फ की प्रॉपर्टीज हैं जिन्हें डेवलप करने की जरूरत है.
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जायदाद वक्फ करने वालों ने अपनी जायदाद सवाबे जारिया के लिए की हैं और इन्हें संभालने और सही इस्तेमाल की जिमेदारी मिल्लत की है. कौम की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए जरूरी है कि वक्फ की संपत्तियों का सही उपयोग किया जाए.
के रहमान बेहतर सुरक्षा, प्रदर्शन और विकास के लिए औकाफ की वास्तविक प्रकृति और प्रबंधन को समझना ((understanding true nature and management of auqaf for better protection, performance and development) विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोल रहे थे.
राष्ट्रीय संगोष्ठी में पहले दिन विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए. मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए वक्फ संपत्तियों का उपयोग कैसे किया जाए, इस पर मंथन के लिए आजम कैंपस, पुणे में इस कॉफ्रेंस का आयोजन किया गया है.
अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री के रहमान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ जज्बात से कोई कौम तरक्की नहीं करती.आय कर के पूर्व आयुक्त ए जे खान ने कहा कि वक्त की जरूरत है कि हम उठें.
समस्याएं बहुत हैं, लेकिन उन्हें हल भी किया जा सकता है. वक्फ की संपत्तियों को डेवलप करना समय की सब से बड़ी जरूरत है. आई ओ एस के सेक्रेट्री जनरल प्रोफेसर जेड एम खान ने कहा कि शिक्षा के आलावा कोई रास्ता नहीं है.
शिक्षा सौ प्रतिशत इस दलदल से हमें बाहर निकाल देगी. उन्होंने शिक्षा और कौशल पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया. महिलाओं को भी इस मुहिम में शामिल करने का आह्वाहन करते हुए उन्होंने कहा कि जब एक अशिक्षित मां कोशिश करती है कि मेरा बच्चा पढ़ लिख जाए तो यह खुशी की बात है. प्रोफेसर साहब ने घर में मौजूद महिलाआंे की सलाहियतों का भरपूर इस्तेमाल करने पर जोर दिया.
सम्मेलन का आयोजन पुणे में वक्फ संपर्क फोरम, महाराष्ट्र वक्फ लिबरेशन एण्ड प्रोटेक्शन टास्क फोर्स, इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जेक्टिव स्टडीज दिल्ली और इंडियन वक्फ फाउंडेशन बेंगलुरु के सहयोग से किया गया है.
कांफ्रेंस में आई ओ एस के उपाध्यक्ष मोहम्मद अफजल वानी ने अपने संबोधन में कहा कि वक्फ की संपत्तियों के सही प्रबंधन की जरूरत है. कांफ्रेंस को शिक्षाविद पी ए ईनामदार ने कॉन्फ्रेंस के आयोजन को एक बेहतर कदम बताया.
महाराष्ट्र स्टेट वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ वजाहत मिर्जा ने कॉन्फ्रेंस में आन लाइन शिरकत करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड पूरी ईमानदारी से काम कर रहा है. उन्होंने लोगों के सहयोग की अपील की.
कॉन्फ्रेंस में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए. रविवार को कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन भी विचारों के आदान प्रदान का सिलसिला जारी रहेगा.