देवबंदी उलमा मौलाना कारी इसहाक की मुसलमानों से अपील: होली के दिन नजदीकी मस्जिदों में अदा करें जुमे की नमाज

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 12-03-2025
Maulana Qari Ishaq Gora appeals to Muslims: Offer Friday prayers in nearby mosques on Holi
Maulana Qari Ishaq Gora appeals to Muslims: Offer Friday prayers in nearby mosques on Holi

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली/सहारनपुर

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक और प्रसिद्ध देवबंदी उलमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने होली के दिन मुसलमानों से अपील की है कि वे अपनी नजदीकी मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें और इसके बाद घरों में रहकर इबादत करें. उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को गैरजरूरी तौर पर बाहर नहीं निकलना चाहिए और किसी भी प्रकार के विवाद या गलतफहमी का कारण बनने से बचना चाहिए.

मौलाना कारी इसहाक गोरा ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा, "हमारा देश एक ऐसा मुल्क है जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं और हर कोई अपनी मजहबी आज़ादी के अनुसार अपने त्योहारों को खुशी से मनाता है.

 

 

 

 

यह इस मुल्क की खूबसूरती है कि यहां पर सभी धर्मों के लोग अपनी परंपराओं और त्योहारों को आपस में सम्मान के साथ मनाते हैं." उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि भारत की यह विशेषता है कि यहाँ हर धर्म के लोग अपने त्योहारों को शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने का प्रयास करते हैं.

दारुल उलूम देवबंद की अपील

मौलाना ने आगे कहा कि देशभर में स्थित दारुल उलूम देवबंद, जो कि इस्लामिक शिक्षाओं का एक प्रमुख संस्थान है, ने भी मुसलमानों से यह अपील की है कि वे होली के दिन संयम और शांति बनाए रखें. दारुल उलूम ने मुसलमानों से कहा है कि वे अपने आसपास के माहौल को शांतिपूर्ण रखें और किसी भी विवाद से बचें.

उन्होंने विशेष रूप से यह आग्रह किया कि मुसलमान होली के दिन अपनी नजदीकी मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें. इस दौरान वे अपनी रोज़मर्रा की धार्मिक गतिविधियों को पूरी तरह से शांति और धैर्य के साथ करें. इसके बाद वे अपने घरों में रहकर इबादत करें और किसी भी तरह की अनावश्यक गतिविधि में भाग लेने से बचें। मौलाना गोरा ने कहा कि समाज में अमन और शांति बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि मुसलमान एक जिम्मेदार नागरिक की तरह व्यवहार करें.

समाज में शांति बनाए रखने की आवश्यकता

मौलाना गोरा ने यह भी कहा कि मुसलमानों को अपनी शिक्षाओं और आचरण के जरिए इस्लामी तालीम का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमें अपने अखलाक और आमाल से दूसरों को यह दिखाना चाहिए कि इस्लाम एक शांति का धर्म है और हम सभी को साथ मिलकर समाज में भाईचारा बनाए रखना चाहिए."

इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोर दिया कि मुसलमानों को अपने दीन और आमाल (धार्मिक कार्य) पर पूरी ईमानदारी से अमल करना चाहिए ताकि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे.

गैरजरूरी गतिविधियों से बचने की अपील

मौलाना ने अपनी बातों में यह भी कहा कि मुसलमानों को किसी भी प्रकार की गैरजरूरी गतिविधि में भाग नहीं लेना चाहिए. वे किसी भी स्थिति में किसी विवाद का हिस्सा न बनें और न ही किसी गलतफहमी या तनाव को बढ़ावा दें. उन्होंने खासतौर से होली के दिन कुछ जगहों पर होने वाली गहमागहमी और अनावश्यक भिड़ंतों से बचने की अपील की.

भाईचारे और अमन के प्रतीक के रूप में मुसलमानों की भूमिका

मौलाना गोरा ने कहा कि मुसलमानों का यह कर्तव्य है कि वे अपने आचरण से समाज में भाईचारा और अमन का माहौल बनाए रखें. उनका यह भी मानना है कि इस्लाम ने हमें संयम, सहनशीलता और शांति के साथ रहने का संदेश दिया है, और इसे हमें अपने जीवन में पूरी तरह से लागू करना चाहिए.

कुल मिलाकर, मौलाना कारी इसहाक गोरा ने मुसलमानों से यह अपील की है कि वे होली के दिन संयम बनाए रखें, नजदीकी मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें और किसी भी प्रकार के विवाद से बचें. उन्होंने यह भी कहा कि यह समय समाज में शांति और सद्भावना को बढ़ावा देने का है, और मुसलमानों को अपने आचरण और व्यवहार से इस्लामी तालीम का आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए.

मुरादाबाद: शहर इमाम की मुसलमानों से अपील, होली के दिन नजदीकी मस्जिदों में अदा करें जुमे की नमाज

देशभर में 14 मार्च को रंगों का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. त्योहार के मद्देनजर मुरादाबाद की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज का समय बढ़ा दिया गया है. होली और जुमा एक साथ होने पर शहर जामा मस्जिद में दोपहर 1 बजे की जगह 2:30 बजे नमाज अदा की जाएगी. शहर इमाम सैयद मासूम अली आजाद ने होली के दिन मुसलमानों से अपने नजदीक की मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने की अपील की है. 
 
इमाम ने जुमे की नमाज के समय को बढ़ाने की भी घोषणा की. उनका कहना है कि रमजान का महीना चल रहा है और इस दौरान बड़ी संख्या में नमाजी मस्जिदों में आते हैं. इसलिए जुमे की नमाज का समय बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
 
इमाम सैयद मासूम अली आजाद ने कहा कि 14 मार्च (शुक्रवार) को मुरादाबाद की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज दोपहर 2.30 बजे अदा की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं दूर से नमाज के लिए आने वाले लोगों से अपील करता हूं कि वे जामा मस्जिद आने के बजाए अपने नजदीक की मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें.
 
क्योंकि उस दिन होली का भी पर्व है. उस दिन हिंदू समुदाय के लोग होली खेलेंगे। रास्ते में आपके ऊपर रंग न डाले, इसलिए आप नजदीक की मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें.उन्होंने कहा कि मुसलमानों से अपील की कि अमन व शांति बनाए रखें. रमजान का महीना इबादत, सब्र और बर्दाश्त का महीना है। सब्र और बर्दाश्त करें यही आपसे मेरी अपील है.