नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की आबोहवा फिर से जहरीली हो गई है. रविवार को लगातार दूसरे दिन राजधानी की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 6 बजे, समग्र एक्यूआई 386 दर्ज किया गया.
राजधानी दिल्ली के कई इलाके घने धुएं की परत से ढक गए है. जिससे दृश्यता कम हो गई और ग्रैप IV को फिर से सख्ती से लागू करवाना पड़ा.
दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 400 के ऊपर चला गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार एक्यूआई: ओखला फेज 2 (388), अलीपुर (407), रोहिणी (423), आईटीओ (382), अशोक विहार (339), वाजीपुर (432), शादीपुर (387), मुंडका (426), जहांगीरपुरी (437), नरेला (472), डीटीयू (352), आर.के. पुरम (462), आनंद विहार (423), पूसा (377), और पंजाबी बाग (417). उल्लेखनीय रूप से, कई स्थानों पर 400 की "गंभीर" सीमा के करीब या उससे अधिक तापमान दर्ज किया गया.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली-एनसीआर के न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि की सूचना दी है. आईएमडी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान7 डिग्री सेल्सियस से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. जबकि अधिकतम तापमान 21-23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है.
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में धुंध की स्थिति बनी रह सकती है, जिससे शीत लहर के और तेज होने की संभावना है. सुबह-सुबह दृश्यता कम होने और ठंड बढ़ने की उम्मीद है.
हालांकि एक्यूआई में 'गंभीर' से 'बहुत खराब' श्रेणी में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण इसमें कोई महत्वपूर्ण सुधार होने की संभावना बहुत कम है. ऐसी हवा में लंबे समय तक रहने से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है.
शनिवार शाम को हवा की गति चार किलोमीटर प्रति घंटे थी, जिसकी वजह से प्रदूषण स्तर और बढ़ने की संभावना है. आने वाले दिनों में, दिल्ली में शीत लहर और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण हवा की गुणवत्ता खराब बनी रह सकती है.
अधिकारियों ने आम लोगों से घर से बाहर की गतिविधियों को कम करने और प्रदूषण विरोधी उपायों का पालन करने की अपील की है.