दिल्ली विधानसभा चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 08-01-2025
Delhi Police take security measures to ensure smooth conduct of Delhi Assembly poll
Delhi Police take security measures to ensure smooth conduct of Delhi Assembly poll

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी में आगामी विधानसभा चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है. 5 फरवरी को मतदान होना है. इस उद्देश्य के लिए पुलिस ने कई सुरक्षा उपाय किए हैं. पुलिस ने अंतर-राज्यीय सीमा चौकियों पर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. पुलिस ने कहा कि अवैध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई करना और शराब की तस्करी को रोकना उसकी प्राथमिकता है. 
 
पुलिस चुनाव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए आपराधिक तत्वों पर भी नजर रखेगी, गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) तामील करेगी और वांछित अपराधियों और घोषित अपराधियों को पकड़ेगी. इसने मुख्यालय कमांड रूम के साथ खुफिया जानकारी साझा करना बढ़ा दिया है. पुलिस केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के साथ समन्वय करेगी. दिल्ली में चुनावी जंग मंगलवार को उस समय तेज हो गई जब चुनाव आयोग ने घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. सभी प्रमुख दावेदारों - सत्तारूढ़ आप, भाजपा और कांग्रेस ने कहा कि वे तैयार हैं और मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बात की.
 
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 जनवरी है. नामांकन की जांच की तारीख 18 जनवरी है. जबकि उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 20 जनवरी है.
 
चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो गई है और चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी.
 
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 6 जनवरी को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली में कुल 1,55,24,858 पंजीकृत मतदाता दर्ज किए गए, जो 1.09 प्रतिशत की शुद्ध वृद्धि दर्शाता है.
 
दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह एक भी सीट नहीं जीत पाई है. वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटें जीतकर दबदबा बनाया जबकि भाजपा को सिर्फ आठ सीटें मिलीं.