अजमेर दरगाह पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चादर पेश, शांति और भाईचारे की कामना

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 05-01-2025
Defence Minister Rajnath Singh presents chaadar at Ajmer Dargah, wishes for peace and brotherhood
Defence Minister Rajnath Singh presents chaadar at Ajmer Dargah, wishes for peace and brotherhood

 

अजमेर. राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें सालाना उर्स के अवसर पर श्रद्धा का माहौल देखने को मिल रहा है. उर्स के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दरगाह पर चादर पेश की गई थी. वहीं, रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर से मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए गए.

दरगाह कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष मुनव्वर खान ने राजनाथ सिंह की ओर से भेजी गई चादर और फूल पेश किए. इस दौरान उनके साथ खादिम मुनव्वर नियाजी भी मौजूद रहे, जिन्होंने श्रद्धा और अकीदत के साथ मजार पर चादर चढ़ाई. राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में देशवासियों के लिए शांति, अमन और भाईचारे की कामना की और उर्स के इस मौके पर सभी को मुबारकबाद दी.

अजमेर दरगाह कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष मुनव्वर खान ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से मैंने यहां चादर पेश की है. उन्होंने दो दिन पहले मुझे अपने निवास पर चादर सौंपी थी. वह हर साल यहां चादर भेजते हैं और फूल भी पेश करते हैं. आज मैंने यह चादर पेश की और उनका संदेश भी पढ़कर सुनाया.

उन्होंने अपने संदेश में साफ तौर पर कहा कि हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब में आपस में प्यार, मोहब्बत और भाईचारा हमेशा बना रहना चाहिए. हम सब एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर काम करें ताकि हमारे देश में हमेशा शांति, सौहार्द और प्रेम रहे. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हमारा मुल्क दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करे, ताकि हम सबका भविष्य और बेहतर हो.

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई चादर को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाया. किरेन रिजिजू के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी भी मौजूद थे. पीएम मोदी की तरफ से भेजी गई चादर को दरगाह में चढ़ाने के लिए शनिवार सुबह पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, इस दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और जमाल सिद्दीकी ने दरगाह में चादर पेश की और देश के लिए दुआ मांगी थी.