सहारनपुर. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने शनिवार को कहा कि नवरात्रि के नौ दिवसीय त्योहार के दौरान न केवल मीट की दुकानें, बल्कि शराब के प्रतिष्ठान भी बंद होने चाहिए और भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को अपनाने और बढ़ावा देने का आह्वान किया.
सहारनपुर के सांसद ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा, ‘‘हर कोई नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा है. कोई भी शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग क्यों नहीं कर रहा है? नवरात्रि के दौरान शराब की मुफ्त आपूर्ति पर कोई जोर क्यों नहीं दिया जा रहा है? क्या इससे त्योहार की पवित्रता और पवित्रता खराब नहीं होगी?’’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि शांतिपूर्ण उत्सव हर चीज से ऊपर है, और सभी समुदायों का यह दायित्व है कि वे त्योहारों के दौरान मर्यादा बनाए रखें और कुछ त्याग भी करें, चाहे वह ईद हो या नवरात्रि.
उल्लेखनीय है कि इस साल ईद-उल-फितर और नवरात्रि एक ही दिन पड़ रहे हैं. दोनों त्यौहार सोमवार को पड़ रहे हैं, ऐसे में चांद दिखने के कारण ईद के कार्यक्रम में बदलाव की संभावना कम है.
कुछ दिन पहले, कांग्रेस सांसद ने नवरात्रि समारोहों के दौरान मांस पर प्रतिबंध की मांग का भी समर्थन किया था. मुस्लिम समुदाय को स्पष्ट संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई दस दिन तक मांस नहीं खाएगा तो कुछ नहीं बदलेगा.
मसूद ने पत्रकारों से कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात समुदायों का शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व है. कभी भी खाद्य वरीयताओं पर मतभेद सांप्रदायिक संघर्ष का कारण नहीं बनते हैं.’’
वक्फ (संशोधन) विधेयक के लिए पार्टी की रणनीति पर सवाल पूछे जाने पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि विपक्ष ‘पक्षपातपूर्ण कानून’’ पर केंद्र से भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है.