जापान में अमेरिकी एयरबेस से रासायनिक रिसाव ने बढ़ाई चिंता

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 13-10-2024
Chemical leak from US airbase in Japan raises concern
Chemical leak from US airbase in Japan raises concern

 

टोक्यो. जापान में अमेरिकी सैन्य ठिकानों से जुड़े रासायनिक रिसाव की बार-बार आ रही खबरों के कारण आसपास के लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई है और जिससे गहन जांच की मांग शुरू हो गई है.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में भारी वर्षा के दौरान पश्चिमी टोक्यो में अमेरिकी योकोटा एयर बेस और पॉलीफ्लोर एल्काइल पदार्थों (पीएफएएस) से दूषित लगभग 47 हजार लीटर पानी बेस के बाहर निकल गया है.

टोक्यो महानगर के अधिकारियों को 3 अक्टूबर को जापान के रक्षा मंत्रालय के माध्यम से अमेरिकी सेना की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें देरी से सूचना साझा करने पर "खेद" व्यक्त किया गया है. इस घटना से बेस के पास रहने वाले निवासियों में अविश्वास बढ़ सकता है.

एक जापानी नेटिजन ने टिप्पणी की, "यदि सरकार के पास बेस का निरीक्षण करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, तो ऐसी घटनाएं फिर से होंगी."

पीएफएएस में 10 हजार से अधिक सिंथेटिक रसायन शामिल हैं, जिनमें परफ्लूरोऑक्टेनसल्फोनिक एसिड और परफ्लूरोऑक्टेनोइक एसिड शामिल हैं, जिनका उपयोग नॉन-स्टिक कुकवेयर और जल प्रतिरोधी कपड़ों जैसे उत्पादों में किया जाता है.

जून में इन पदार्थों के अपने पहले स्वास्थ्य मूल्यांकन में जापान के खाद्य सुरक्षा पैनल ने निष्कर्ष निकाला था कि जन्म के समय वजन में कमी और प्रतिरक्षा में कमी पर पीएफएएस के प्रभाव विवादित नहीं हैं. पीएफएएस से कैंसर होने की संभावना के बारे में साक्ष्य सीमित हैं.

पीएफएएस के कारण होने वाले स्वास्थ्य प्रभावों के बारे अभी भी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन 2022 में एक नागरिक समूह ने तामा क्षेत्र के 650 निवासियों पर रक्त परीक्षण किया, जहां योकोटा एयर बेस स्थित है. साथ ही उनमें से 55 व्यक्तियों में पीएफएएस सांद्रता का स्तर स्वास्थ्य जोखिम के विदेशी मानकों से ज्यादा पाया गया.

जापान के अन्य भागों में भी इसी तरह के प्रदूषण के मुद्दे सामने आए हैं, जिनमें ओकिनावा और ओसाका शामिल हैं, जहां अमेरिकी सेना और जापानी आत्मरक्षा बल के ठिकानों के पास के जल स्रोतों में पीएफएएस का स्तर सीमा से अधिक हो गया है.

टोक्यो महानगर प्रशासन ने जापानी सरकार से मामले की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय लागू करने की जिम्मेदारी लेने को कहा है. 

 

ये भी पढ़ें :   सर सैयद अहमद खान: वहाबियों के समर्थन में क्यों आए?
ये भी पढ़ें :   फिरदौसा बशीर: सुलेख के ज़रिए कश्मीर की प्रतिभाओं को मंच देने वाली कलाकार
ये भी पढ़ें :   रतन टाटा की विरासत: वाराणसी का मदरसा बना शिक्षा सुधार का प्रतीक
ये भी पढ़ें :   सुभाष घई की नजर में बॉलीवुड के पांच प्रकार के अभिनेता, दिलीप कुमार सर्वश्रेष्ठ
ये भी पढ़ें :   बिहार के गोपालगंज के गौरव बाबा सिद्दीकी का मुंबई तक का सफर कैसा रहा ?