नई दिल्ली. भारत ने सिख संगठित अपराध गिरोहों से बढ़ते खतरों का हवाला देते हुए कनाडा से अपने उच्चायुक्त संजय वर्मा और अन्य दूतावास कर्मचारियों को वापस बुला लिया है. यह तब हुआ, जब कनाडाई अधिकारियों ने संकेत दिया कि संजय वर्मा की हरदीप निज्जर हत्या मामले के सिलसिले में जांच की जा रही है. भारत ने कनाडा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह आगे की कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक तीखा बयान जारी किया, जिसमें औपचारिक रूप से कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो पर "आतंकवाद का समर्थक" होने का आरोप लगाया और कहा कि उसे उनकी सरकार पर "कोई भरोसा नहीं" है. बयान में भारतीय राजनीति में कनाडा के "नंगे हस्तक्षेप" की भी निंदा की गई, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया.
एसएफजे ने 12 अक्टूबर को एक वीडियो जारी किया, जिसमें कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को निशाना बनाया गया. इसके बाद कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को एक व्यक्ति के रूप में नामित किया.