बहराइच हत्याकांड के आरोपियों सरफराज और तालिब का एनकाउंटर, नेपाल भागने की फिराक में थे

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 17-10-2024
Bahraich murder accused Sarfaraz and Talib were shot dead in an encounter, were trying to flee to Nepal
Bahraich murder accused Sarfaraz and Talib were shot dead in an encounter, were trying to flee to Nepal

 

बहराइच. बहराइच हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब को गुरुवार को पुलिस ने मुठभेड़ में गोली मार दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों आरोपी नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ नानपारा थाने के बाईपास पर हुई. पूरी घटना का वीडियो अब सामने आया है. घायल आरोपियों को इलाज के लिए नानपारा सीएचसी में भर्ती कराया गया है. सीएचसी के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.

इससे पहले दिन में बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई थीं, क्योंकि स्थानीय अधिकारी महाराजगंज और उसके आसपास सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में काम कर रहे थे, जहां रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा में 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

पुलिस ने अफवाह फैलाने के खिलाफ सख्त चेतावनी भी जारी की है, जिसमें निवासियों से क्षेत्र में शांति बहाल करने के चल रहे प्रयासों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘13 अक्टूबर को महाराजगंज में हुई घटना के संबंध में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने के लिए सोशल मीडिया पर झूठी सूचना फैलाई जा रही है. मृतक को बिजली का झटका लगने, तलवार से हमला करने या उसके नाखून उखाड़ने के दावे निराधार हैं.’’ त्रिपाठी ने कहा, ‘‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि मौत का कारण गोली लगना था. इस घटना में कोई अन्य मौत नहीं हुई. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और गलत सूचना न फैलाएं.’’

दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान पूजा स्थल के बाहर कथित तौर पर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज में रविवार को हिंसा भड़क उठी, जिसमें राम गोपाल मिश्रा (22) की गोली लगने से मौत हो गई.

इस घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई, जिसमें भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात दंगाइयों और कुछ नामजद आरोपियों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की हैं.

पुलिस ने अब तक 55 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और मिश्रित आबादी वाले इस शहर में भारी सुरक्षा तैनात की है. ‘जहां चाहे जितना जोर लगा लो, आएंगे फिर योगी जी’ गाने को बजाने को लेकर तनाव बढ़ गया था.

 

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