मुंबई. एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने सभी 26 आरोपियों के खिलाफ मकोका की गंभीर धाराएं जोड़ दी हैं. इस कदम को पुलिस ने इस हत्या में लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की भूमिका के बाद उठाया है, जिसके खिलाफ पुलिस के पास ठोस सबूत हैं.
इसके अलावा, पुलिस ने शुभम लोनकर, निशान अख्तर और अनमोल बिश्नोई को फरार आरोपी घोषित किया है. इस मामले में मकोका की धाराएं जोड़ने से यह केस और भी गंभीर हो गया है, और पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तेजी से प्रयास शुरू कर दिए हैं.
बता दें कि शुक्रवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में नया मोड़ आया था. एनसीपी नेता की हत्या में शामिल एक आरोपी ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के सामने इस बात को स्वीकार कर लिया था कि जब बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची जा रही थी, तब उसने गुजरात की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से बातचीत की थी.
आरोपी गौतम ने अधिकारियों को बताया था कि हत्या की योजना बनाने के दौरान उसने लॉरेंस बिश्नोई से बातचीत की थी, जो गुजरात की जेल में बंद है. शूटर ने बताया कि इस दौरान लॉरेंस बिश्नोई ने शूटर को हत्या के बाद पुलिस से डरने की जरूरत नहीं होने का आश्वासन दिया था. बिश्नोई ने गौतम से कहा था कि अगर वह पकड़ा जाता है, तो भी वह घबराए नहीं, उसे जेल से कुछ ही दिनों में बाहर निकाल लिया जाएगा.
शूटर गौतम ने आगे बताया था कि बिश्नोई ने हत्या के लिए उसे 12 लाख रुपये देने का वादा किया था. इसके अलावा, उसे जेल से बाहर आने के बाद विदेश भेजने की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया था.
बता दें कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा में उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है. गैंग का कहना है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या अभिनेता सलमान खान से उनके करीबी संबंधों के कारण की गई.