आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
आवाज-द वॉयस ने अपनी चौथी सालगिरह मनाई दिल्ली के दफ्तर में हंसी-खुशी मनाई. इसकी शुरुआत 23 जनवरी 2021 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हुई थी. यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि बहुत कम अरसे में आवाज-द वॉयस ने मीडिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और इसकी जितनी तारीफ़ की जाए, वह कम ही है.
इस अवसर पर आवाज-द वॉयस के मुख्य संपादक आतिर खान ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी ईमानदारी ने भारतीय मुस्लिम समाज के विभिन्न वर्गों का विश्वास जीता है. हिंदू-मुसलमान संवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमने अन्य धर्मों के विचारकों को भी पर्याप्त स्थान दिया है. हम मुस्लिम संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं] जो इस्लामी अध्ययन और आधुनिक शिक्षा दोनों प्रदान करते हैं, और कई मुस्लिम छात्र अब पत्रकारिता सीखने के लिए हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे हैं.
इस अवसर पर सीपी सिंह, मलिक असग़र हाशमी, आशा खोसा, मंसूरुद्दीन फरीदी, राकेश चौरसिया,अब्दुल हई खान, मंजीत ठाकुर, अंजली अदा, गौस सिवानी, ओनिका माहेश्वरी, आमना फारूक, महबूब आलम, विदुषी गौड़, चेतन वर्मा, राजीव सिंह, अंकिता, यथार्थ, शचि शर्मा, पंकज पाठक, अमीना मज़ीद, जतीन बरनवाल.
इस मौके पर प्रबंधन की ओर से सभी के लिए अपराह्न भोज की व्यवस्था भी की गई थी. खाने की मेज पर सभी ने आवाज-द वॉयस के उज्जवल भविष्य पर चर्चा की.