मेरठ. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के रिश्तेदार को बसपा विधायक राजू हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के हत्यारों को पनाह देने और पैसे मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि सरकारी डॉक्टर अखलाक अहमद को एसटीएफ की टीम ने शनिवार रात नौचंदी इलाके से गिरफ्तार किया और प्रयागराज ले जाया गया.
उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षा गार्ड संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
सूत्रों ने कहा कि अब्दुल्लापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात अखलाक अहमद ने न केवल उमेश पाल के हत्यारों को शरण दी, बल्कि जब वे हत्या के बाद मेरठ पहुंचे तो पैसे भी दिए. 28 मार्च को प्रयागराज में एक एमपी-एमएलए अदालत ने अतीक अहमद और दो अन्य को 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई. अशरफ और छह अन्य को अदालत ने बरी कर दिया. यह अतीक अहमद की पहली सजा है, भले ही पिछले वर्षों में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे.