नई दिल्ली
शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की एक पतली परत छा गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरकर 226 पर आ गया, जिसे 'खराब' श्रेणी में रखा गया है.अक्षरधाम और आनंद विहार क्षेत्र में सबसे अधिक AQI 334 रहा, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया. इसके बाद एम्स और आसपास के क्षेत्रों में AQI 253 रहा.
इंडिया गेट पर AQI गिरकर 251 पर आ गया, जिसे 'खराब' श्रेणी में रखा गया.आशीष कुमार मीना नामक निवासी ने बताया कि अक्षरधाम क्षेत्र के पास प्रदूषण पिछले दो दिनों में काफी बढ़ गया है, जिससे परेशानी हो रही है.
उन्होंने कहा, "पिछले दो दिनों में यहां प्रदूषण का स्तर बहुत बढ़ गया है. इससे गले में घुटन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. आंखों में भी जलन हो रही है. दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर और बढ़ेगा. सरकार को प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. जो लोग आग में पदार्थ जला रहे हैं, उन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए.
जिन लोगों को सांस की समस्या है, उन्हें बहुत परेशानी हो रही होगी." एक अन्य ने कहा कि लोगों को सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोगों को सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करना चाहिए और कारपूलिंग का उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए.
इससे शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी." 18 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला इसी मुद्दे पर विरोध जताने के लिए 'स्मॉग टावर' पहुंचे. आम आदमी पार्टी (आप) की आलोचना करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण के नाम पर राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को धोखा दिया है और अब उनके स्वास्थ्य को खतरे में डाल दिया है.