चेन्नई. तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने शुक्रवार सुबह कोयंबटूर में अपने आवास के बाहर खुद को छह बार कोड़े मारे. यह कृत्य अन्ना विश्वविद्यालय की छात्रा के यौन उत्पीड़न के खिलाफ व्यक्तिगत विरोध का हिस्सा था. अन्नामलाई ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह इस घटना के विरोध में प्रतीकात्मक रूप से खुद को कोड़े मारेंगे. उन्होंने तमिलनाडु में डीएमके सरकार के सत्ता से हटने तक चप्पल न पहनने की कसम भी खाई.
भाजपा नेता अन्नामलाई ने कहा कि वह दक्षिण भारत के पूजनीय युद्ध देवता भगवान मुरुगा के सभी छह मंदिरों में प्रार्थना करेंगे. पूर्व आईपीएस अधिकारी तमिलनाडु भाजपा का आक्रामक रुख अपनाते रहे हैं और सत्तारूढ़ डीएमके सरकार की आलोचना में मुखर रहे हैं.
अन्नामलाई ने यौन उत्पीड़न मामले से संबंधित एफआईआर लीक करने के लिए पुलिस की निंदा की, जिसके परिणामस्वरूप अन्ना विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की छात्रा 19 वर्षीय पीड़िता की पहचान हुई. उन्होंने अधिकारियों पर जानबूझकर जानकारी लीक करने और पीड़िता की सुरक्षा और गुमनामी सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया.
भाजपा अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाया कि आरोपी ज्ञानशेखरन को पहले से ही कई आपराधिक मामलों में शामिल होने के बावजूद पुलिस की उपद्रवी सूची में शामिल नहीं किया गया. उन्होंने दावा किया कि यह चूक ज्ञानशेखरन के डीएमके नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंधों के कारण हुई और उन्होंने आरोपी के सत्तारूढ़ दल से जुड़े होने के सबूत भी दिए.
अन्नामलाई ने डीएमके पर उत्तर-दक्षिण विभाजन की झूठी कहानी को बढ़ावा देकर तमिलनाडु में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति से ध्यान हटाने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया.
यह घटना उस समय हुई जब पीड़िता और उसका पुरुष मित्र पास के एक चर्च में मध्यरात्रि क्रिसमस मास में भाग लेने के बाद अन्ना विश्वविद्यालय परिसर के एक सुनसान इलाके में बैठे थे. ज्ञानशेखरन ने कथित तौर पर पुरुष मित्र पर हमला किया, उसे बेरहमी से पीटा, फिर लड़की को घसीटकर पास की झाड़ी में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया.
सुरक्षा में चूक के लिए चेन्नई पुलिस की कड़ी आलोचना हुई है. अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि क्रिसमस समारोह के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं, जिसके तहत 8,000 से अधिक अधिकारी तैनात किए गए हैं.