अलीगढ़
भाजपा की पूर्व महापौर और दुर्गा महारानी मंदिर सेवा समिति की मुख्य संरक्षक शकुंतला भारती और समिति के वरिष्ठ सदस्यों पर रामनवमी के दौरान काली मेला शोभा यात्रा के पारंपरिक मार्ग में बदलाव कर और शहर के संवेदनशील इलाकों से जुलूस निकालकर पुलिस के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली गेट थाने में थाना प्रभारी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार, जुलूस के एक संवेदनशील इलाके में प्रवेश करने के बाद दो समूहों के बीच हाथापाई हो गई थी.
प्राथमिकी में कहा गया है, "कुछ लोगों ने जुलूस के इस इलाके में प्रवेश करने पर आपत्ति जताई, जिससे तनाव पैदा हो गया. पुलिस ने किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया."पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर दिल्ली गेट थाने में मामला दर्ज किया गया है.
पत्रकारों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव सुमन ने बताया, "इस शोभा यात्रा का मार्ग सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है और परंपरागत रूप से वर्षों से इसका पालन किया जाता रहा है. निर्धारित मार्ग से विचलित होने का कोई भी प्रयास अस्वीकार्य है."
शकुंतला भारती ने मार्ग में बदलाव का बचाव करते हुए दावा किया कि आयोजन समिति ने संबंधित अधिकारियों को पहले ही सूचित कर दिया था. उन्होंने कहा, "हमने इस साल जुलूस के मार्ग में बदलाव के बारे में अधिकारियों को लिखा था."
यह घटना रविवार रात को हुई जब जुलूस अप्रत्याशित रूप से घनी आबादी वाले मुस्लिम बहुल इलाके कांवरीगंग मार्ग की ओर मुड़ गया. मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने यात्रा नेताओं को कथित तौर पर आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की.
पुलिस ने खासकर इलाके में तेज आवाज में संगीत बजाने और आतिशबाजी करने से रोकने का प्रयास किया .