उन्नाव. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के नीचे भी शिवलिंग है और उसकी भी खुदाई होनी चाहिए. इसको लेकर बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है.
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री आवास की खुदाई वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव को केवल मुख्यमंत्री आवास ही दिख रहा है. इटावा में जो उनका आवास है, पहले वहीं खुदाई करा लें.
नया साल मनाने के खिलाफ फतवा जारी करने के सवाल पर साक्षी महाराज ने कहा कि हिंदुस्तान शरीयत कानून से नहीं चलने वाला है, यह भारत के संविधान से चलने वाला है. जो शरीयत की बात करते हैं और संविधान का अपमान करते हैं, ऐसे लोग अपना अक्ल ठीक कर लें. ये देश बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान से चलेगा.
सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "मुख्यमंत्री आवास के नीचे शिवलिंग है. यह हमारी जानकारी है. इसकी भी खुदाई होनी चाहिए."
अखिलेश यादव ने संभल में हो रही खुदाई को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर ध्यान हटाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है. जगह-जगह खुदाई हो रही है. उनके हाथ में "विकास की नहीं, विनाश की" रेखा है.
वहीं बरेली के चश्मे दारूल इफ्ता और मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने नए साल के जश्न में शामिल होने और बधाई देने के खिलाफ फतवा जारी किया है. उन्होंने मुसलमानों को ऐसा न करे की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले शरीयत की नजर में मुजरिम हैं. मुसलमान ऐसा काम हरगिज न करें.