सोनीपत. हरियाणा के सोनीपत में सोमवार को आयोजित संत सम्मान सम्मेलन में पहलवान और भाजपा नेता योगेश्वर दत्त भी शामिल हुए और संतों का आशीर्वाद लिया. उन्होंने "कानून के दायरे में" अजमेर शरीफ दरगाह के सर्वे का समर्थन किया.
योगेश्वर दत्त ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अजमेर शरीफ दरगाह का भी सर्वे होना चाहिए और सब कानून के दायरे में होना चाहिए, मेरा मानना है कि सर्वे से किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए."
संभल हिंसा पर बोलते हुए योगेश्वर दत्त ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का सभी को पालना करनी चाहिए. लोगों को कानून-व्यवस्था और संविधान के दायरे में रहकर अपनी आवाज उठानी चाहिए. अजमेर शरीफ दरगाह का भी सर्वे होना चाहिए और सब कानून के दायरे में होना चाहिए. सर्वे से किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
नाडा द्वारा बजरंग पूनिया को चार साल के निलंबन पर उन्होंने कहा कि डोप टेस्ट न देने पर बजरंग पूनिया पर कार्रवाई हुई है. डोप में फंसने पर भी यही कार्रवाई होती है. बजरंग पूनिया ने डोप टेस्ट के लिए सैंपल नहीं दिया, इसलिए कानून के दायरे में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
योगेश्वर दत्त ने कुश्ती को लेकर कांग्रेस, विनेश और बजरंग पूनिया पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि वे खेल का राजनीतिकरण न करें. कुश्ती और खेल को लेकर कांग्रेस ने जमकर राजनीति की है.
हरियाणा सरकार के खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने बजरंग पूनिया को लेकर कहा कि नाडा कानून के हिसाब से काम करती है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस अपनी खेल नीति का आंकलन करे और फिर भाजपा की खेल नीति पर सवाल उठाए. साल 2013 से पहले क्या नीति थी और अब क्या नीति है. हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए सरकार अच्छा काम कर रही है, हमें उम्मीद है कि हरियाणा के खिलाड़ी अच्छे पदक लेकर आएंगे.