पटना. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शनिवार को प्रमुख शिक्षाविद् गुरु रहमान को कानूनी नोटिस जारी किया, अधिकारियों ने कहा. आयोग ने इससे पहले शनिवार को खान सर के नाम से मशहूर फैजल खान को भी इसी तरह का नोटिस भेजा था. बीपीएससी ने आरोप लगाया है कि गुरु रहमान ने खान सर के साथ मिलकर छात्रों को आयोग के खिलाफ भड़काया.
आयोग ने गुरु रहमान पर 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में सामान्यीकरण प्रक्रिया के बारे में उम्मीदवारों के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि खान सर के साथ-साथ उनके कार्यों ने आयोग के खिलाफ छात्रों के विरोध को बढ़ावा दिया.
इससे पहले पटना पुलिस ने गुरु रहमान को पटना के गर्दनीबाग में बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए नोटिस भेजा था. पुलिस ने उनसे कथित पेपर लीक घटना से संबंधित साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा था.
पटना पुलिस ने बिहार में “दरोगा गुरु” के नाम से मशहूर गुरु रहमान को चेतावनी जारी करते हुए 3 जनवरी तक गर्दनीबाग में विरोध स्थल पर न जाने का निर्देश दिया था. रहमान गर्दनीबाग थाने में पेश हुए, जहां उनकी मुलाकात सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) रैंक के अधिकारी से हुई. अधिकारी ने कथित तौर पर रहमान को प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को भड़काने के खिलाफ चेतावनी दी थी.
बीपीएससी ने गुरु रहमान और खान सर के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है, 15 दिनों के भीतर माफी मांगने के लिए अलग-अलग नोटिस जारी किए हैं. अगर दोनों ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो आयोग ने सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
इसके अलावा, बीपीएससी ने दिल्ली के मुखर्जी नगर और करोल बाग, पटना के बोरिंग रोड और मुसल्लहपुर हाट और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित खान ग्लोबल कोचिंग सेंटर की सभी पांच शाखाओं को नोटिस भेजा है. खान सर पर आयोग के अध्यक्ष, सचिव और अन्य अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक और अनुचित भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.
नोटिस में विशेष रूप से अधिकारियों को निशाना बनाने वाली उनकी टिप्पणियों को संबोधित किया गया है और कोचिंग सेंटरों को भेजे गए विस्तृत पांच-पृष्ठ के दस्तावेज में इन आरोपों को रेखांकित किया गया है. आयोग की कार्रवाई उन आरोपों के बाद हुई है जिनमें कहा गया है कि खान सर और गुरु रहमान दोनों ने गलत सूचना फैलाकर और भड़काऊ बयान देकर छात्रों को बीपीएससी के खिलाफ भड़काया.