काबुल. तालिबान के विदेश मामलों के राजनीतिक उप मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनिकजई ने फलों और सब्जियों के चरम व्यापार के मौसम में अफगान व्यापारियों के लिए बाधा उत्पन्न करने के लिए पाकिस्तान पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के व्यापार प्रतिबंधों के जवाब में अफगानिस्तान मध्य एशिया के लिए पाकिस्तान के पारगमन मार्ग को बंद कर सकता है.
खामा प्रेस के अनुसार, अफगानिस्तान के लोगार प्रांत में व्यापारियों के एक समूह से बात करते हुए स्टेनिकजई ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान में व्यापार और पारगमन मार्गों को बंद करना किसी भी देश के लिए फायदेमंद नहीं होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान पाकिस्तान और मध्य एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण पारगमन मार्ग के रूप में कार्य करता है. हम अपनी सीमाओं को बंद कर सकते हैं और उन्हें परेशान कर सकते हैं, लेकिन हम सीमा पार अपने पाकिस्तानी भाइयों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं.’’ इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘‘हम उनसे अफगानिस्तान के फल और सब्जी के मौसम के दौरान अपनी सीमाएं खुली रखने के लिए कहते हैं, ताकि ये उत्पाद उनके बाजारों और भारत तथा अन्य देशों सहित अन्य स्थानों तक पहुंच सकें.’’
अफगानिस्तान में नट्स और ड्राई फ्रूट्स के कुल नट्स सेगमेंट में ज्यादातर बादाम, पिस्ता, अखरोट, सूखे खुबानी, सूखे अंजीर और किशमिश शामिल हैं. इन्हें एशिया के पड़ोसी देशों को बेचा जाता है, लेकिन पाकिस्तान द्वारा व्यापार प्रतिबंधों ने भूमि से घिरे देश के लिए बंदरगाहों और भूमि मार्गों तक पहुंच में बाधा उत्पन्न की है.
यह पहली बार है, जब काबुल ने इस्लामाबाद के व्यापार प्रतिबंधों के जवाब में मध्य एशिया के लिए पाकिस्तान के पारगमन मार्ग को बंद करने की संभावना का सुझाव दिया है. खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, फलों और सब्जियों के मौसम के दौरान व्यापार मार्गों के बंद होने के साथ-साथ पाकिस्तान द्वारा सीमा शुल्क में वृद्धि और व्यापार समझौतों का पालन न करने के कारण इस साल के पहले पांच महीनों में अफगानिस्तान से पाकिस्तान को निर्यात में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है.
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