आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
लाल सागर में तैनात अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन से एक अत्याधुनिक F/A-18E सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान समुद्र में गिर गया. विमान के साथ एक टो ट्रैक्टर (जिसका उपयोग विमानों को खींचने में किया जाता है) भी पानी में समा गया.इस विमान की कीमत लगभग 67 मिलियन डॉलर है.00
हालांकि, हादसे से पहले चालक दल ने सतर्कता दिखाते हुए तत्काल सुरक्षा उपाय कर लिए थे, जिससे कोई भी व्यक्ति लापता नहीं हुआ। केवल एक नाविक को मामूली रूप से चोटें आई हैं.
अमेरिकी नौसेना ने बताया कि यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन अब भी उसी स्थान पर तैनात है और विमान हादसे की जांच की जा रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य सभी विमान पूरी तरह सुरक्षित हैं.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी इसी पोत पर तैनात एक F/A-18E विमान को गलती से अमेरिकी सेना ने खुद ही मार गिराया था. यह हादसा तब हुआ जब यूएसएस गेटीसबर्ग नामक निर्देशित मिसाइल क्रूजर से एक मिसाइल दागी गई थी। हालांकि, उस हादसे में विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बच गए थे.
अमेरिका के पास इस समय मध्य पूर्व में दो विमानवाहक पोत सक्रिय हैं, जिनमें से एक हैरी एस. ट्रूमैन है. ये पोत हाल के महीनों में यमन में हूथी विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिकी हवाई अभियानों का संचालन कर रहे हैं.
इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि उच्च लागत वाले सैन्य उपकरणों की हैंडलिंग पर भी ध्यान आकर्षित किया है.क्या आप चाहेंगे कि मैं इस खबर का एक इन्फोग्राफिक या टाइमलाइन भी तैयार करूं?