अबू आजमी ने की औरंगजेब के नाम पर महाराष्ट्र की शांति भंग करने की कोशिश : गौरव वल्लभ

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 19-03-2025
 Gaurav Vallabh
Gaurav Vallabh

 

गुरुग्राम. महाराष्ट्र की राजनीति में नागपुर हिंसा के बाद से उबाल आया हुआ है. समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी द्वारा मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ के बाद हिन्दू संगठनों द्वारा औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर धरना प्रदर्शन के बीच नागपुर हिंसा ने महाराष्ट्र के साथ पूरे देश को हिला कर रख दिया है. विपक्ष देवेंद्र फडणवीस की सरकार पर हमलावर है. लेकिन, सरकार ने दावा किया है कि दंगों के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. नागपुर हिंसा पर भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने बुधवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की.

गौरव वल्लभ ने कहा कि सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब के नाम पर महाराष्ट्र में शांति को नष्ट करने की कोशिश की है. मैं सभी औरंगजेबवादियों को बताना चाहता हूं, चाहे वह अबू आजमी हों, अखिलेश यादव हों, उद्धव ठाकरे हों, शरद पवार हों. महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की पूजा होती थी. आज उनकी पूजा हो रही है और भविष्य में भी उनकी पूजा होगी. औरंगजेबवादी छत्रपति शिवाजी की जगह लेने की कोशिश कर रहे हैं, जो संभव नहीं है. महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज महान थे, हैं और रहेंगे. मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं कि क्या वह भी औरंगजेब को महान मानते हैं. उद्धव ठाकरे ने क्यों चुप्पी साध रखी है.

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि कन्हैया कुमार कोई प्रासंगिक व्यक्ति नहीं हैं, जिसके बारे में बात भी की जा सके. उन्हें देश की कोई समझ नहीं है, न ही उन्होंने अपने क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण काम किया है. ऐसे अप्रासंगिक व्यक्तियों के लिए कोई जगह नहीं है. वह बस जेएनयू के मुट्ठी भर छात्रों के साथ अपनी ढपली पीट रहे हैं. बिहार की राजनीति में उनका कोई महत्व नहीं है और जहां तक दिल्ली की राजनीति का सवाल है, तो हम उनका हश्र दो बार देख चुके हैं. एक बार फिर वह चुनाव लड़ें. फिर से उनकी जमानत जब्त होगी.

भारत की विदेशी नीति पर पीएम मोदी की तारीफ करने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान पर भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा, अगर दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति है, जो दो सप्ताह के भीतर रूस के राष्ट्रपति और यूक्रेन के राष्ट्रपति से मिल सकता है, तो वह कोई और नहीं, बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. यह उनके व्यक्तिगत कद और वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते सामरिक महत्व दोनों का प्रमाण है. प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत प्रयासों ने भारत के सामरिक महत्व के साथ मिलकर इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह हर देशवासी के लिए गौरव करने वाला क्षण है. पीएम मोदी दुनिया को शांति के रास्ते पर ले जाने का ताकत रखते हैं. मैं समझता हूं कि शशि थरूर को अब कांग्रेस के नेता गाली देना शुरू कर देंगे. कांग्रेस और राहुल गांधी को समझना चाहिए कि आखिर क्यों कांग्रेस में अच्छे लोग पार्टी से दूरी बना रहे हैं. राहुल गांधी रायबरेली नहीं जाते हैं, लेकिन वियतनाम जरूर जाते हैं. देश जानना चाहता है कि उनका वियतनाम के साथ क्या संबंध है.