निरोगी काया: रात में जागने से लगती है नशे की आदत , जल्दी मौत होने की आशंका, जानें बचने के उपाय
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
एक नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जो लोग रात को देर तक जागते हैं उन्हें गलत चीजों की लत लग जाती है. इन बुरी आदतों के चलते जल्दी मौत होने की आशंका 9% बढ़ जाती है.
फिनलैंड में हुई रिसर्च में कहा गया कि दिन में जागने वालों की तुलना में रात को जागने वाले लोग तंबाकू, शराब का सेवन करते हैं. इन्हें नशे के आदत लग जाती है, जोकि जान के लिए खतरनाक है.
नींद आने वाला हार्मोन भी देर से ही रिलीज होता है
रिसर्चर्स के मुताबिक, देर से सोने वालों के शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन देर से रिलीज होता है. इस हार्मोन का नींद लाने में अहम रोल होता है. दरअसल, हर व्यक्ति की एक इंटरनल 24 घंटे की बॉडी क्लॉक या सर्केडियन रिदम होती है. ये नींद लाने के लिए मेलाटोनिन हार्मोन रिलीज करने के लिए जिम्मेदार होती है.
देर से सोने वाले लोगों में ये देर से रिलीज होता है, जिस वजह से नींद देर से आती है और लोग सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं. इस वजह से अगर वो देर से सोकर जल्दी उठ भी जाते हैं तो एक्टिव नहीं रह पाते हैं। उनमें एनर्जी दोपहर-शाम तक ही आती है.
सोने और जागने का समय निर्धारित करें
लगभग हर रोज़ एक ही समय पर सोने और जागने का एक नियमित समय तय करें, इससे आपके शरीर को अच्छी और बेहतर नींद मिलेगी. सोने के लिए ऐसा समय चुनें जब आपको थकान महसूस हो रही हो और आपको आसानी से नींद आ जाए.
माहौल ऐसा बनाये जिसमे आपको आसानी से नींद आ जाये
आपके आराम करने वाले कमरे का आपके लिये शांतिपूर्ण होना चाहिए. आपके कमरे का तापमान, रोशनी और शोर सभी पूरी तरह नियंत्रित होनी चाहिए, जिससे आपके सोने के कमरे का वातावरण आपके अच्छी नींद लेने मे सहायक बने.
अगर आपके पास कोई पालतू जानवर हैं जो आपके साथ आपके कमरे मे सोता हैं, और आपको रात मे परेशान करता हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा आप इसे दूसरे कमरे मे सुला दे ,ताकि आप आराम से सो सके.
आरामदायक बिस्तर पर सोएँ
नियमित व्यायाम करे
नियमित रूप से मध्यम शक्ति वाले व्यायाम करना, जैसे तैराकी या पैदल चलना, दिन भर के तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है. सुनिश्चित करें कि आप सोते समय जोरदार व्यायाम नहीं करते हैं, जैसे दौड़ना या जिम, क्योंकि यह आपको जागृत रख सकता है.
कैफीन वाली चीजों को कम लें
चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स और कोला जैसी चीजों से दूर रहे, ख़ासकर शाम के समय इनचीजों को न ले. कैफीन आपकी नींद मे बाधा उत्पन्न कर सकता है,और आप अच्छी नींद नहीं ले पाते. इसलिये अच्छा रहेगा आप सोने से पहले गर्म दूध या हर्बल चाय पीये.
जरूरत से ज्यादा खाना और शराब, इनका सेवन देर रात को करने से भी, आपकी नींद के नियम मे बाधा उत्पन्न होती हैं. शराब का सेवन करने से आपको पहले से ही नींद आने लगती हैं और जब रात मे सोने का समय होता हैं तब आपकी नींद आने मे परेशानी होती हैं.
धुम्रपान न करें
निकोटीन एक उत्तेजक पदार्थ है. धूम्रपान करने वालों को नींद आने में अधिक समय लगता है, वे बार-बार उठते हैं, और अक्सर उनकी नींद बाधित होती है.
जरूरत से ज्यादा खाना न खायें
जरूरत से ज्यादा खाना और शराब, इनका सेवन देर रात को करने से भी, आपकी नींद के नियम मे बाधा उत्पन्न होती हैं. शराब का सेवन करने से आपको पहले से ही नींद आने लगती हैं और जब रात मे सोने का समय होता हैं तब आपकी नींद आने मे परेशानी होती हैं.
सोने से पहले थोडा रिलैक्स करें
गर्म पानी से नहा लें, शांत संगीत सुनें या मन और शरीर आराम देने वाले व्यायाम करें.
आपके डॉक्टर आपको ऐसे सीडी सुनने का सलाह दे सकते हैं जिन्हें सुनकर आपकी थकान दूर हो और आपको आराम महसूस हो।.
अपनी चिंताओं के बारे में लिखें इससे आप उसको लिखने के बाद भूल जायंगें और उसको बार बार नहीं सोचँगें, ओवरथिंकिंग से बचें.
यदि आपको नींद नहीं आ रही हैं, तो उठ जाएं
अगर आपको नींद नहीं आ रही है, तो लेटे हुए इसपर चिंता करने की जरुरत नहीं हैं। उठ जाइए और ऐसा कुछ कीजिए जिससे आपको आराम मिले और दोबारा नींद आ जाए, तब दोबारा सोने जाएं.
यदि आपकी नींद की कमी, आपके रोज़ के जीवन पर असर डाल रही हैं तो, आपको डॉक्टर से मिलने की ज़रूरत है.
24 हजार जुड़वां लोगों पर रिसर्च हुई
ये रिसर्च क्रोनोबायोलॉजी इंटरनेशनल में पब्लिश हुई है। इसके लिए 1981 से 2018 के बीच 24 हजार जुड़वां लोगों (ट्विन्स) के हेल्थ से जुड़े बिहेवियर और बीमारियों पर स्टडी की गई. इन लोगों से इनकी स्लीप साइकिल के बारे में सवाल पूछे गए.
स्टडी में पाया गया कि 10% लोगों ने जवाब में कहा कि वो रात में देर तक जागते ही हैं. 33% लोगों ने कहा कि उन्हें देर रात तक जागना पसंद है. 29% लोगों ने कहा कि वो रात में जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी उठते हैं. वहीं, 27.7% लोगों को सुबह उठना पसंद करते हैं.
डेथ रिकॉर्ड भी स्टडी किए गए
37 साल (1981 से 2018) के दौरान 8,728 लोगों की मौत भी हुई। स्टडी के लिए इनके डेथ रिकॉर्ड देखे गए. इस दौरान उनका एजुकेशन लेवल, सोने के समय (स्लीप ड्यूरेशन) उनकी नशा करने की आदतों को स्टडी किया गया.
इसमें पाया गया कि रात में जल्दी सोने वालों की तुलना में देर रात तक जागने वाले लोगों की मौत जल्दी हुई. मौसम के बदलने से हमारी नींद प्रभावित होती है. एक रिसर्च में सामने आया है कि गर्मी के मौसम में लोगों को आसानी से नींद नहीं आती.
लोगों को सोने में दिक्कत होती है. वहीं, ठंड में लोगों को आसानी से नींद आ जाती है. अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी ने साल के चार मौसमों में इंसानों की नींद के पैटर्न का अध्ययन किया है.
एक स्टडी में कहा गया कि जो लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ काम करते हैं वो अकेलापन महसूस करते हैं. उन्हें नींद नहीं आती है और वो दिन में कम से कम एक बार (ज्यादातर काम के बाद) शराब जरूर पीते हैं.