तिरुवनंतपुरम. केरल में एमपॉक्स का पहला मामला बुधवार शाम को पुष्टि किया गया, जब राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. देश में एमपॉक्स का यह दूसरा मामला है. जॉर्ज ने कहा कि राज्य में व्यापक व्यवस्था की गई है और 14 सरकारी अस्पताल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
जॉर्ज ने कहा, ‘‘लोगों, खासकर विदेश से आने वाले लोगों में कोई लक्षण दिखाई देने पर और उन्हें चिकित्सा सहायता लेनी होती है, तो पूरे राज्य में अस्पतालों में आइसोलेशन की सभी व्यवस्था की गई है. इससे निपटने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं.’’
संयोग से, यह 38 वर्षीय व्यक्ति पिछले सप्ताह यूएई से आया था और उसे संदिग्ध एमपीओएक्स के लिए निगरानी में रखा गया था. कुछ दिनों के बाद, उसे चकत्ते हो गए और बुखार भी हो गया. 16 सितंबर को उसे सरकारी मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसे अलग रखा गया है.
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