जान‍िए, रोजाना 10,000 कदम चलने से शरीर पर क्या पड़ता है प्रभाव

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 12-03-2025
Know what effect walking 10,000 steps daily has on the body
Know what effect walking 10,000 steps daily has on the body

 

नई दिल्ली
 
आजकल फिटनेस ट्रैकर और स्वास्थ्य ऐप्स लोगों को रोजाना 10,000 कदम चलने के लिए कहते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे क्या लॉजिक है? 1960 के दशक में एक जापानी कंपनी ने 'मैनपो-केई' नामक एक पेडोमीटर (कदम गिनने वाला उपकरण) बनाया, जिसका मतलब '10,000 स्टेप्स मीटर' है. 
 
अब सवाल यह है कि क्या 10,000 कदम चलना फायदेमंद है? आइए, इसका जवाब जानते हैं. आधुनिक शोध से पता चलता है कि अधिक चलने से सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. फिजिकल थेरेपिस्ट केली स्टर्म के अनुसार, रोजाना कदमों की संख्या बढ़ाने से मृत्यु दर कम होती है, हृदय संबंधी समस्याएं कम होती हैं और मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है. यह लाभ 7,500 से 10,000 कदम प्रतिदिन तक सबसे अधिक देखे गए हैं.
 
रोजाना ज्यादा चलने से निष्क्रियता कम होती है और अच्छी आदतें बनती हैं. शोध में बताया गया है कि 10,000 कदम चलने का लक्ष्य लोगों को टीवी देखने या मोबाइल स्क्रॉलिंग जैसी बेकार की आदतों से बचने में मदद कर सकता है. इससे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और आलस्य दूर होता है, जिससे शरीर सक्रिय रहता है और कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है.
 
वर्ष 2022 में सर्कुलेशन नामक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, हर हफ्ते 150 से 300 मिनट तक मध्यम व्यायाम करने से हृदय रोग से मृत्यु का खतरा 22 प्रतिशत से 31 प्रतिशत तक कम हो सकता है. वहीं, 2023 में जेएएमए ओंकोलॉजी में छपे एक शोध में बताया गया है कि एक से दो मिनट की तेज चाल से भी कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
 
कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि जरूरी नहीं कि 10,000 कदम ही चला जाए, इससे ज्यादा भी चला जा सकता है. अधिक सक्रिय रहना निश्चित रूप से सेहत के लिए फायदेमंद है और इससे उम्र बढ़ाई जा सकती है.