ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
पैदल चलना एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, कई हेल्थ एक्सपर्ट रोजाना करीब 5000 कदम चलने की सलाह देते हैं. अगर आप रोजाना आधा घंटा मॉर्निंक वॉक करते हैं तो इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ने लगती है और फिर आप ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन लेने लगते है.
पैदल चलना एक सामान्य क्रिया लग सकती है लेकिन इससे मिलने वाले परिणाम सामान्य नहीं है. इससे हृदय मज़बूत होता है, उच्च रक्तचाप कम होता है, हड्डियां मज़बूत होती हैं और न जाने कितने फ़ायदे होते हैं.
पैदल चलकर आप तमाम शारीरिक व्याधियों से तो दूर जा ही सकते हैं, लगे हाथ अपने मानसिक स्वास्थ्य को भी दुरुस्त कर सकते हैं. यानी पैदल चलना हमेशा फ़ायदे का सौदा होता है.
90 मिनट शहरी क्षेत्र में पैदल चलने के बजाय हरे-भरे क्षेत्र में चलने से मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है. स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक शोध में यह निष्कर्ष निकाला कि शहरी क्षेत्रों के मुक़ाबले हरियाली से संपूर्ण क्षेत्र में पैदल चलने वाले लोगों के मस्तिष्क में अवसाद से सम्बंधी गतिविधियों में कमी आई.
30 मिनट प्रतिदिन चलने या व्यायाम करने से महिलाओं में स्तन कैंसर की आशंका 30 से 40 प्रतिशत तक घट जाती है. रोज़ाना व्यायाम करने से पुरुष व महिलाओं में कोलाेन कैंसर का जोखिम भी घटता है.
9 किमी हर हफ़्ते पैदल चलने से हृदयाघात, स्ट्रोक और हृदयगति के थमने का ख़तरा 31 प्रतिशत तक कम हो सकता है. इसके लिए रोज़ाना मात्र 1.3 किमी चलें.
2.5 किमी की यात्रा निजी वाहन के बजाय पैदल की जाए तो 75 प्रतिशत तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्पादन को कम किया जा सकता है.
150 मिनट प्रति सप्ताह पैदल चलने से कम उम्र में बीमारियों से मृत्यु की आशंका 16 प्रतिशत तक घट जाती है.
10 मिनट खाने के बाद की पैदल यात्रा पाचन को भी दुरुस्त रखती है तथा वज़न घटाने में भी सहायक है.
30 मिनट की ब्रिस्क वॉक यानी एक सेकंड में दो क़दम चलने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है.
70 से 89 आयुवर्ग के लोगों पर किए गए शोध में यह निष्कर्ष निकला कि जो लोग युवावस्था से रोज़ाना पैदल चलते थे उनमें न चलने वालों के मुक़ाबले शारीरिक अक्षमता का जोखिम 28 प्रतिशत तक कम था.
20 मिनट रोज़ाना हफ़्ते में 5 दिन यदि आप पैदल घूमते हैं तो ज़ुकाम या बुख़ार जैसी सामान्य बीमारियों का ख़तरा 43 प्रतिशत कम हो जाता है.
15 मिनट पैदल चलकर चॉकलेट या मीठा खाने की इच्छा पर अंकुश रख सकते हैं। वज़न घटाना उद्देश्य है तो का श्रेष्ठ उपाय है पैदल चलना.
10 मिनट पैदल चलें भोजन के बाद मधुमेह के टाइप-2 में यह नसों और किडनी को नुक़सान पहुंचने से बचाता है.
60 प्रतिशत तक उत्पादकता बढ़ती है यदि आप रोज़ाना 30 मिनट पैदल चलते हैं तो.
30 मिनट पैदल चलने से महिलाओं में 20 से 40 प्रतिशत तक स्ट्राेक का जाेखिम कम हो जाता है.