लग्जरी जूतों, घड़ियों पर जीएसटी बढ़ाने की सिफारिश

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 20-10-2024
लग्जरी जूतों, घड़ियों पर जीएसटी बढ़ाने की सिफारिश
लग्जरी जूतों, घड़ियों पर जीएसटी बढ़ाने की सिफारिश

 

नई दिल्ली

जीएसटी परिषद के मंत्रियों के समूह (जीओएम) की बैठक में शनिवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में कुछ संशोधनों पर सहमति बनी है. इससे 22,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की संभावना है. समूह कुछ लग्जरी वस्तुओं पर कर की दरों में वृद्धि पर सहमत हुआ है.

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता वाले मंत्री समूह ने कई लग्जरी वस्तुओं पर जीएसटी दरें बढ़ाने का सुझाव दिया है. इनमें हाई-एंड घड़ियां और जूते शामिल हैं.मंत्री समूह ने 25 हजार रुपये से अधिक कीमत वाली कलाई घड़ियों पर जीएसटी दर 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही, 15 हजार रुपये से अधिक कीमत वाले जूतों पर भी कर की दर 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत की जाएगी.

मंत्री समूह के सदस्यों ने 20 लीटर की पीने के पानी की बोतलों और साइकिलों पर कर की दर को 18 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने का भी निर्णय लिया. सदस्यों ने प्रस्ताव दिया कि एक्सरसाइज नोटबुक पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया जा सकता है.

दस हजार रुपये से कम कीमत वाली साइकिलों पर भी जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने की सिफारिश की जाएगी.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने सितंबर में कैंसर की दवाओं और 'नमकीन' (चुनिंदा स्नैक्स) पर जीएसटी घटा दिया था.

इस बीच, जीओएम ने टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम और वरिष्ठ नागरिकों द्वारा स्वास्थ्य बीमा के लिए भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम पर जीएसटी से छूट देने का भी फैसला किया है. इस कदम से बीमा कंपनियों और पॉलिसीधारकों दोनों पर कर का बोझ कम होगा.

दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए गठित मंत्रिस्तरीय पैनल 31 अक्टूबर तक जीएसटी परिषद को अपनी सिफारिशें सौंपेगा. इस संबंध में अंतिम निर्णय जीएसटी परिषद की अगली बैठक में लिया जाएगा.