शाहरुख खान 43 साल तक कश्मीर से क्यों रहे दूर, क्या है कहानी ?

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 24-04-2025
Why did Shahrukh Khan stay away from Kashmir for 43 years, what is the story?
Why did Shahrukh Khan stay away from Kashmir for 43 years, what is the story?

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर पर बीते मंगलवार को आतंक का साया छा गया, जब पहलगाम इलाके में एक स्थानीय सशस्त्र गिरोह के हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई. इस दिल दहला देने वाली घटना से पूरा देश सदमे और गुस्से में है. आम लोगों से लेकर बॉलीवुड सितारों तक ने इस बर्बरता की कड़ी निंदा की है.

अजय देवगन, संजय दत्त, करण जौहर और विक्की कौशल जैसे सितारों ने पहले ही सोशल मीडिया के माध्यम से अपना दुख जाहिर किया था. शाहरुख खान और सलमान खान ने भी इस घटना पर चुप्पी नहीं साधी.

बुधवार को शाहरुख ने एक भावुक शोक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए अपनी पुरानी यादों को भी शब्दों में पिरोया.

शाहरुख खान ने बताया कि उन्होंने 1981 में अपने पिता को खो दिया था, जब वे महज 15 साल के थे. इस व्यक्तिगत क्षति के बाद उन्होंने लंबे समय तक कश्मीर की यात्रा नहीं की.

अपने संदेश में उन्होंने लिखा, "मेरे दोस्तों ने कई बार बुलाया, मेरा परिवार छुट्टियों पर गया, शूटिंग के प्रस्ताव भी आए, लेकिन मैं कश्मीर नहीं गया. पिताजी नहीं हैं... अगर मैं वहां जाऊंगा, तो उनकी याद बहुत सताएगी। क्योंकि उनका जीवन घाटी से गहराई से जुड़ा था."

शाहरुख की कश्मीर यात्रा की यह दूरी 2012 तक बनी रही. जब यश चोपड़ा ने उन्हें फिल्म जब तक है जान की शूटिंग के लिए कश्मीर चलने को कहा, तो वे मना नहीं कर सके. शाहरुख के अनुसार, "यशजी मेरे लिए पिता समान थे. उन्होंने कहा, 'आओ, मैं तुम्हें कश्मीर दिखाता हूं।' और मैं चल पड़ा."

इस तरह, अपने पिता की मृत्यु के 43 साल बाद शाहरुख ने पहली बार कश्मीर की धरती पर कदम रखा. बाद में उन्होंने कई इंटरव्यू में यह भी कहा कि यश चोपड़ा के साथ घाटी का अनुभव ऐसा था, जैसे उनके पिता ही उन्हें इस जगह से रूबरू करा रहे हों.

जाहिर है, कश्मीर से शाहरुख का रिश्ता केवल एक पर्यटन स्थल का नहीं, बल्कि एक गहरे पारिवारिक और भावनात्मक जुड़ाव का है.. ऐसे में, इस खूबसूरत लेकिन संवेदनशील जगह पर हुई हालिया हिंसा ने उनके दिल को गहराई से आहत किया है.