ऐश्वर्या के साथ फिल्म में नायक रहे मिर्जा अब्बास अली को क्यों पेट्रोल पंप पर नौकरी करनी पड़ी ?

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 14-01-2025
Why did Mirza Abbas Ali, who was the hero in the film with Aishwarya, have to work at a petrol pump?
Why did Mirza Abbas Ali, who was the hero in the film with Aishwarya, have to work at a petrol pump?

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

नब्बे के दशक का मध्य तमिल सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण समय था. जब रजनीकांत और कमल हासन जैसे सितारे अपने चालीसवें वर्ष में थे, तो वे रोमांटिक फिल्मों या यूं कहें तो 'युवा' दिलफेंक नायकों की भूमिकाओं के प्रति कम ग्रहणशील थे. 

इससे विजय, अजित कुमार, अरविंद स्वामी और आर माधवन सहित सितारों की एक नई पीढ़ी का उदय हुआ. सभी अगले तीन दशकों तक सिल्वर स्क्रीन पर जादू दिखाते रहे. लेकिन इन सितारों में एक और भी था, जिसने अपने करियर की शुरुआत में बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन दुर्भाग्य से लाइमलाइट से गायब हो गया. 

उनका नाम मिर्जा अब्बास अली है. अली का जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था. 1994 में कॉलेज के दौरान ही मॉडलिंग शुरू कर दी. 1996 में, उन्होंने तमिल फिल्म कधल देशम से अभिनय की शुरुआत की, जो व्यावसायिक रूप से सफल रही और फिल्म प्रेमियों का दिल भी जीता. 


ऐश्वर्या के नायक ने एक पेट्रोल पंप पर नौकरी कर ली

मीडिया ने तुरंत अब्बास को 'दिल की धड़कन' करार दिया, जिससे वह रातोंरात स्टार बन गए. एक के बाद एक फिल्में ऑफर हो रही हैं. इसके बाद उन्होंने तेलुगु में प्रिया और  तमिल में राजा और कन्नेझुथी पोट्टम थोट्टू, तमिल में पदयप्पा और स्वामब्रम जैसी फिल्मों में अभिनय किया. बंगभूम में जन्मे यह अभिनेता राहुल रॉय की तरह 'वन फिल्म वंडर' नहीं थे.. 

ये सभी फिल्में साउथ बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफल रहीं. कमल हासन और शाहरुख खान अभिनीत फिल्म हे राम में एक छोटी सी भूमिका निभाने के बाद, अब्बास को कंदुकोंदीन से सबसे बड़ा ब्रेक मिला. इस रोमांटिक फिल्म में उन्होंने ऐश्वर्या राय के साथ अभिनय किया और ममूटी, अजित कुमार और तब्बू भी फिल्म के पात्रों में से थे.

अगले वर्ष, उनकी एक और फिल्म, मिनाले बॉक्स ऑफिस पर हिट रही. उन्होंने 2002 में फिल्म 'अंगश' से बॉलीवुड में डेब्यू किया, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही. 2000 के दशक के मध्य में, अब्बास को तमिल सिनेमा के सबसे विश्वसनीय अभिनेताओं में से एक माना जाता था.

हालाँकि, 2006 के आसपास अब्बास का करियर रुक गया. हिंदी सिनेमा में काम करने के लिए उन्होंने कई तमिल फिल्में छोड़ दीं. लेकिन उनकी दो हिंदी फिल्में 'अंगश' और फिर  फ्लॉप हो गईं. जिन अन्य फिल्मों के लिए उन्हें साइन किया गया था, वे भी अंततः बंद कर दी गईं. नतीजा यह हुआ कि अब्बास का सुनहरा करियर अचानक थम गया.

अपने करीबी लोगों की सलाह के विरुद्ध, अब्बास ने तमिल और तेलुगु फिल्मों में सहायक भूमिकाओं के प्रस्ताव स्वीकार कर लिए. कम लोकप्रिय अभिनेताओं के साथ दूसरे नायक की भूमिकाएँ निभाईं. अगले कुछ वर्षों में, अब्बास को तेलुगु फिल्मों में कैमियो और सहायक भूमिकाओं में देखा गया. लेकिन उन्हें वह स्टारडम दोबारा हासिल नहीं हो सका. 

2011 के बाद फिल्मी ने गिरते करियर के बोझ के साथ टेलीविजन शोज में काम किया. कुछ साल बाद यूट्यूब चैनल Radnull से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह उस वक्त एक्टिंग से नाखुश थे और इसलिए यह सब छोड़कर न्यूजीलैंड चले गए.


2015 तक, अब्बास एक नया जीवन बनाने की उम्मीद में न्यूजीलैंड पहुंचे थे. लेकिन जब सारा पैसा खत्म हो गया तो साउथ इंडस्ट्री में धमाल मचाने वाले इस स्टार को छोटे-मोटे काम करने पड़े. रेडनुलाइन 2022 के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने कहा कि वह एक निर्माण स्थल पर काम करने से लेकर मैकेनिक के रूप में प्रशिक्षण तक और यहां तक ​​कि वर्षों तक वहां एक पेट्रोल पंप पर भी काम करते रहे.

अब्बास अंततः एक प्रेरक वक्ता बन गए. उन्होंने अभिनय में वापसी के लिए 2023 में भारत लौटने में रुचि व्यक्त की. हालांकि, उन्होंने अभी तक कोई नया प्रोजेक्ट साइन नहीं किया है. एक्टर अपने परिवार के साथ चेन्नई में रहते हैं.