कोलकाता में तीन दिनी 'जश्न-ए-हबीब': नसीरुद्दीन शाह ने किया उद्घाटन, नगीन तनवीर ने गाए गीत

Story by  जयनारायण प्रसाद | Published by  [email protected] | Date 03-09-2024
कोलकाता में तीन दिनी 'जश्न-ए-हबीब': नसीरुद्दीन शाह ने किया उद्घाटन, नगीन तनवीर ने गाए गीत
कोलकाता में तीन दिनी 'जश्न-ए-हबीब': नसीरुद्दीन शाह ने किया उद्घाटन, नगीन तनवीर ने गाए गीत

 

जयनारायण प्रसाद/ कोलकाता

हिंदुस्तानी थिएटर के मशहूर ड्रामानिगार हबीब तनवीर के सौ साल  (1923-2024) पूरे होने के मौके पर महानगर कोलकाता में हाल ही में तीन दिनी 'हबीब-ए-जश्न' मनाया गया, जिसमें अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, उनकी बीवी अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह, हबीब तनवीर की बेटी ठुमरी गायिका नगीन तनवीर,  लेखिका अंजुम कात्याल और  मशहूर ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट सईद मोहम्मद इरफान समेत अनेक बड़े लोगों ने शिरकत किया.

 30 अगस्त से 1 सितंबर, 2024 तक चला यह जलसा देखने लायक था, जिसमें ड्रामानिगार हबीब तनवीर से संबंधित फोटो प्रदर्शनी, बुक लांच, पैनल डिस्कशन, म्यूज़िकल परफार्मेंस, 'नया थिएटर' के दौर के गाने, मास्टरक्लास और हबीबनामा प्रमुख था. इस तीन दिनी जलसे का नाम था 'देख रहे हैं नयन' और इसका आयोजन 'कोलकाता सेंटर फॉर क्रिएटिविटी' (केसीसी) ने किया था.
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नसीरुद्दीन शाह ने लैंप जलाकर किया उद्घाटन 

'जश्न-ए-हबीब' का उद्घाटन अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने किया. वे इस जलसे के प्रमुख मेहमान भी थे. नसीरुद्दीन शाह ने इस मौके पर कोई भाषण तो नहीं दिया, लेकिन लैंप जलाकर पूरे माहौल में जैसे रौशनी बिखेर दी. फिर सिलसिलेवार तरीके से जलसा शुरू हुआ.

इस मौके पर ड्रामानिगार हबीब तनवीर से संबंधित फोटो प्रदर्शनी को देखने के लिए काफी भीड़ थी. 'नया थिएटर' के पुराने दौर की हबीब तनवीर साहेब  की तस्वीरें सचमुच देखने लायक थीं. 

हबीब तनवीर और उनकी विरासत

उद्घाटन के फौरन बाद पहले दिन 'हबीब तनवीर और थिएटर में उनकी विरासत' पर एक अंग्रेजी किताब लांच किया गया. लेखिका अंजुम कात्याल और ज़ावेद मलिक द्वारा संपादित इस पुस्तक के विमोचन के बाद इस पर विस्तार से बातें हुईं, जिसमें अभिनेता/निर्देशक दानिश हुसैन, अंजुम कात्याल और दूसरे कलाकारों ने हिस्सा लिया.

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हबीब तनवीर की बेटी नगीन तनवीर ने सुनाए गाने

'जश्न-ए-हबीब' के पहले दिन हबीब तनवीर की बेटी 60 वर्षीया नगीन तनवीर ने अपने पिता की याद में कुछ गीत सुनाए. इसमें कुछ छत्तीसगढ़ी लोकगीत भी थे, तो कुछ गज़लें और एक अतुल प्रसाद का लिखा बांग्ला का पुराना गीत भी था. नगीन तनवीर की सुरीली आवाज़ को सुनकर श्रोता/दर्शक मुग्ध थे.

'हबीबनामा' का हुआ मंचन

उसी शाम 'हबीबनामा' का मंचन भी हुआ. दानिश हुसैन द्वारा निर्देशित यह नाटक हबीब तनवीर साहेब की जिंदगी पर केंद्रित था, जिसे 'होशरूबा रेपर्टरी' ने पेश किया। इससे पहले हबीब साहेब के 'नया थिएटर' के दौर के गानों से श्रोताओं को रूबरू कराया गया. छत्तीसगढ़ी ट्रुप ने इसे पेश किया.


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नसीरुद्दीन शाह ने एक्टिंग पर लिया मास्टरक्लास 

इस तीन दिनी जलसे में एक कार्यक्रम  मास्टरक्लास भी था, जिसमें एक्टिंग के बाबत अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने  अभिनय की बारीकियां बताईं. इसी शाम एक कार्यक्रम और हुआ जिसका शीर्षक था 'हबीब तनवीर को जैसा मैंने देखा'.

इसमें हबीब तनवीर की बेटी नगीन तनवीर ने अपने पिता से जुड़े किस्से सुनाए. यह एक दिलचस्प कार्यक्रम था, जिसे सुनकर हबीब साहेब के  दिनों की यादें ताजा हो गईं. इस तरह, तीन दिन कैसे बीत गए पता ही नहीं चला. हबीब तनवीर साहेब को जानने-समझने के लिए 'हबीब-ए-जश्न' वाकई एक महत्वपूर्ण और यादगार था.