प्रियंका चोपड़ा को लॉस एंजिल्स में गोल्ड गाला 2025 में किया जाएगा सम्मानित

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 22-04-2025
Priyanka Chopra to be honoured at Gold Gala 2025 in Los Angeles
Priyanka Chopra to be honoured at Gold Gala 2025 in Los Angeles

 

लॉस एंजिल्स

बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अपनी शानदार पहचान बना चुकीं प्रियंका चोपड़ा जोनास को मई में होने वाले प्रतिष्ठित गोल्ड हाउस गोल्ड गाला 2025 में सम्मानित किया जाएगा. यह आयोजन एशियाई प्रशांत समुदाय के सबसे प्रभावशाली चेहरों को समर्पित है.

10 मई को लॉस एंजिल्स में होगा भव्य आयोजन

गोल्ड गाला का यह चौथा संस्करण 10 मई को डाउनटाउन लॉस एंजिल्स स्थित म्यूजिक सेंटर में आयोजित किया जाएगा. इस समारोह में 600 से अधिक विशिष्ट अतिथियों के शामिल होने की उम्मीद है. इस दौरान 2025 A100 लिस्ट में शामिल 100 सबसे प्रभावशाली एशियाई प्रशांत हस्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा.

प्रियंका को मिलेगा 'ग्लोबल वैनगार्ड' सम्मान

प्रियंका चोपड़ा को इस साल का पहला ग्लोबल वैनगार्ड अवॉर्ड दिया जाएगा. यह सम्मान उन्हें हिंदी सिनेमा से लेकर हॉलीवुड तक अपने 25 वर्षों के प्रभावशाली करियर और दोनों संस्कृतियों को जोड़ने में निभाई गई अहम भूमिका के लिए मिलेगा। साथ ही, कम प्रतिनिधित्व पाने वाली आवाज़ों को मंच देने के उनके प्रयासों को भी इस सम्मान के माध्यम से सराहा जाएगा.

अन्य सम्मानित हस्तियों में जॉन एम. चू और एंग ली भी शामिल

प्रियंका के अलावा मशहूर फिल्मकार जॉन एम. चू, रैपर मेगन थी स्टैलियन और ऑस्कर विजेता निर्देशक एंग ली को भी इस साल के गोल्ड गाला में सम्मानित किया जाएगा.

गोल्ड हाउस के सीईओ बिंग चेन का बयान
गोल्ड हाउस के सीईओ और सह-संस्थापक बिंग चेन ने कहा,

“गोल्ड गाला केवल एशियाई प्रशांत समुदाय का सबसे बड़ा आयोजन नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक परिवर्तन की अगली लहर को मंच देने का जरिया है.”

उन्होंने बताया कि इस साल की थीम “फर्स्ट लाइट” उन लोगों को समर्पित है, जो न केवल अपने लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी रास्ता रोशन कर रहे हैं.

संस्कृति, विविधता और प्रतिनिधित्व का उत्सव

गोल्ड गाला को अब एक ऐसी पहचान मिल चुकी है, जो वैश्विक मंच पर एशियाई प्रतिभाओं के योगदान को उजागर करता है. प्रियंका चोपड़ा जैसी हस्तियों को इस समारोह में सम्मानित किया जाना न केवल उनके कार्यों की स्वीकृति है, बल्कि यह उन तमाम आवाज़ों को भी हौसला देता है जो विविधता और समावेशिता के लिए कार्यरत हैं.