मुंबई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारतीय फिल्म उद्योग में पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर एक बार फिर बहस गरमा गई है.
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने बुधवार को एक बयान जारी कर भारतीय फिल्म और मनोरंजन जगत से सभी पाकिस्तानी कलाकारों, गायकों और तकनीशियनों के साथ किसी भी तरह का सहयोग समाप्त करने की अपील की है.
एफडब्ल्यूआईसीई ने अपने बयान में कहा कि उन्हें हाल ही में यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान आगामी हिंदी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ में काम कर रहे हैं। संगठन ने इसे राष्ट्रीय भावना और सुरक्षा के खिलाफ बताते हुए फिल्म इंडस्ट्री को इस पर फौरन कदम उठाने की चेतावनी दी है।
एफडब्ल्यूआईसीई ने कहा,
“पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई है। ऐसे में हम एक बार फिर दोहराते हैं कि किसी भी भारतीय फिल्म, शो या इवेंट में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल नहीं किया जाए—चाहे वह भारत में हो या विदेश में।”
संगठन ने चेताया कि अगर कोई निर्माता या प्रोडक्शन हाउस इस निर्देश की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि एफडब्ल्यूआईसीई ने यह प्रतिबंध पहली बार फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद लगाया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। उस वक्त से यह संगठन पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर प्रतिबंध की मांग करता रहा है।
एफडब्ल्यूआईसीई, जो फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के 5 लाख से अधिक सदस्यों का प्रतिनिधित्व करती है, ने साफ कर दिया है कि देशहित सर्वोपरि है और किसी भी कीमत पर पाकिस्तानी कलाकारों को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा।