आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने हाल ही में अपनी फिल्म 'नादानियां' में इब्राहिम अली खान की मां का किरदार निभाया, जिसमें उनके अभिनय की खूब सराहना की गई. इस बीच, दीया मिर्जा ने अपने शुरुआती करियर के दौरान इंडस्ट्री में महिलाओं के प्रति भेदभाव और उपेक्षा पर बात की.
उन्होंने सलमान खान की फिल्म 'तुमको ना भूल पाएंगे' के सेट पर अपने अनुभव को याद किया, जब उन्हें अपनी भूमिका और स्क्रिप्ट के बारे में सवाल पूछने पर चुप करा दिया गया था.
दीया मिर्जा ने 'तुमको ना भूल पाएंगे' के सेट पर हुए अनुभव साझा किए
दीया मिर्जा ने एक इंटरव्यू में उस समय की बॉलीवुड इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए काम करने के माहौल पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा, "अक्सर शूटिंग का पूरा माहौल आपके पुरुष सह-कलाकार की तारीख और स्थान की उपलब्धता पर निर्भर करता था. ऐसा अब भी होता है, लेकिन अगर कहानी आपको पता हो तो उसे समझ पाना आसान हो जाता है। उस समय हमें कुछ भी जानकारी नहीं दी जाती थी."
फिल्म के सेट पर स्क्रिप्ट का न मिलना
दीया मिर्जा ने आगे कहा कि 'तुमको ना भूल पाएंगे' की शूटिंग के दौरान निर्देशक पंकज पाराशर थे, और वह सोचती थीं, "वाह, पंकज पाराशर ने 'चालबाज' बनाई है, वह शानदार हैं. फिर सलमान खान भी हीरो के रूप में थे और फिल्म को एक बड़े निर्माता का समर्थन था.
उन्होंने सब कुछ सुविधाजनक बनाने के लिए काफी खर्च किया, लेकिन स्क्रिप्ट ही नहीं दी गई थी. शूटिंग से कुछ मिनट पहले मुझे मेरी लाइनें दी गईं। मेरे कपड़े भी आखिरी वक्त में सिलवाए जा रहे थे."
दीया मिर्जा को सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी गई
दीया ने कहा, "फिल्म के सेट पर मुझे बताया गया कि मेरा किरदार चनिया चोली पहनता है और मैं सोचती थी, 'क्यों?' जब मैंने सवाल पूछा तो मुझे कहा गया, 'तुम बहुत सारे सवाल पूछती हो, ऐसा मत करो, बस वही करो जो तुम्हें कहा जा रहा है.'
यह बात मुझे पूरी तरह से परेशान कर गई, क्योंकि एक महिला की जगह को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया था। उसकी सवाल पूछने की कोई अनुमति नहीं थी और उसे खुद को बेहतर बनाने का मौका भी नहीं दिया गया."
'तुमको ना भूल पाएंगे' फिल्म का विमोचन
फिल्म 'तुमको ना भूल पाएंगे' 2002 में पंकज पाराशर द्वारा निर्देशित एक हिंदी एक्शन थ्रिलर फिल्म के रूप में रिलीज़ हुई थी. इस फिल्म में सलमान खान, सुष्मिता सेन और दीया मिर्जा मुख्य भूमिका में थे.