शरीफ भारती: 'वाह वाह क्या बात है' और 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' के कॉमेडियन का दिलचस्प सफर

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 23-07-2024
Sharif Bharti: He is what he is and the interesting journey of the comedian of The Great Indian Laughter Challenge
Sharif Bharti: He is what he is and the interesting journey of the comedian of The Great Indian Laughter Challenge

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 

आपने भी बचपन में अपने स्कूल टीचर्स की नकल की होगी और उनका मजाक भी बनाया और जब पकडे गए होंगें तो जाहिर है कि मार भी पड़ी होगी. मशहूर हास्य कवि शरीफ़ भारती का कॉमेडियन बनने का सफर भी इसी अटखेली से शुरू हुआ था. 
 

कॉमेडी टीवी रियलिटी शो
 
मुरादाबाद से फ़ोन पर बात करते हुए शरीफ़ भारती ने आवाज द वॉयस को बताया कि उन्होनें 2007 में पहला कॉमेडी टीवी रियलिटी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज सीजन 3' किया जिसमें उनके कॉम्पीटेंट कपिल शर्मा भी थे. 
 
इसके बाद उन्होनें कई फेमस कॉमेडी टीवी रियलिटी प्रोग्राम्स किए. जिसमें उन्होनें मशहूर हास्य कवि शैलेश लोढ़ा के साथ 'गुड नाईट इंडिया', 'वाह वाह क्या बात है', बहुत खूब, आदि में भी भाग लेकर लोगों को खूब हसाया. 
 
शरीफ़ भारती ने आवाज द वॉयस को बताया कि घर और स्कूल में कॉमेडी करने से लेकर टीवी की विशाल मंच पर कॉमेडी कर लोगों को हंसाना आसान नहीं था. इसके लिए उन्होनें काफी संघर्ष किया लेकिन साथ ही वे ये भी मानते हैं कि कॉमेडी करने की कला उन्हें 'गॉड गिफ्टेड' हैं. जिसको उन्होनें और तराशा.
 
 
बचपन में टीचर्स से मिली सलाह आयी काम 
 
शरीफ़ भारती ने आवाज द वॉयस को बताया कि उनका जन्म मुरादाबाद की कृष्णा कॉलोनी में 20 मई 1964 में हुआ और उन्हें बचपन से ही हंसी, मजाक का शोक था और वे कविता पाठ भी किया करते थे. शरीफ भारती बचपन से ही रचनात्मक लेखन में रुचि रखते थे. जिससे सभी उनके साथ बैठना और हंसना पसंद करते थे. वे स्कूल में भी अपने टीचर्स की नकल किया करते और बच्चों को हंसाया करते थे. जब उनके टीचर्स को यह बात मालूम हुई तो उन्होनें शरीफ़ भारती को सलाह देते हुए कहा कि हम तो कुछ नहीं हैं, तुम्हारी कला को सही दिशा में इस्तेमाल करो और मशहूर एक्टर, हेरोइन की मिमिक्री करो तो लोग तुमसे और प्रभावित होंगें.
 
 
मशहूर बॉलीवुड स्टार्स की मिमिक्री
 
इसके बाद शरीफ़ भारती ने मशहूर बॉलीवुड स्टार्स की मिमिक्री शुरू की जिसमें हेमा मालिनी, प्रेम चोपड़ा, अमरीश पूरी, धर्मेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, जॉनी वॉकर, राजकुमार आदि शामिल हैं.
 
उनकी इस कला को जानने के बाद वे पढ़ाई के साथ-साथ छोटे मंचों पर कॉमेडी करने लगे. इससे उनकी पहचान शहर में स्थापित हुई और बड़े- बड़े अधिकारी, अफसर, डीएम, कलेक्टर, आदि उनके घर जोक्स सुनने के लिए आने लगे. शरीफ़ को भी अधिकारियों संग दोस्ती करना पसंद था. 
 
इसके बाद 1987 में शरीफ़ भारती की मुलाकत नेशनल कवि हुल्लड़ मुरादाबादी से हुई. जिन्होनें शरीफ़ को अपना शिष्य बना लिया. जिनसे शरीफ़ ने हास्य के गुर सीखें.
 
 
शरीफ़ भारती ने आवाज द वॉयस को अपने बचपन का एक किस्सा सुनाया, उन्होनें बताया कि उन्हें बचपन से ही गाने का भी शोक था और ऊपर वाले की कृपा से वे अच्छा गा भी लेते थे इसीलिए उन्हें रामलीला में गाने का न्योता मिला, वे रामलीला में गाना भी गाने लगे. 
 
 
जोकि शुरुवात में उनके बड़े भाई को नहीं पसंद था उनके पीटा के देहांत के बाद शरीफ़ की पूरी जिम्मेदारी उनके बड़े भाईयों पर थी ऐसे में उनकी माँ और भाई चाहते थे कि शरीफ़ पढ़-लिखकर कोई सरकारी अफसर बने लेकिन जब परिवार को पता चला कि उनकी कला लोगों को पसंद आ रही है, तो वे भी उनका सहयोग करने लगे. 
 
विभिन्न मंचों पर कविता पाठ, हास्य के लिए उन्हें बुलावा आने लगा और फिर तो उन्होनें कई फेमस कॉमेडी टीवी रियलिटी प्रोग्राम्स भी किए और उन्हें कई सम्मान भी प्राप्त हुए.
 
 
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर किया परफॉर्म 
 
शरीफ़ भारती ने अपना हास्य का रंगारंग कार्यक्रम दुबई, शारजाह, कुवैत, ओमान, जद्दा आदि में किया और लोगों को अपनी कॉमेडी से लोट पॉट किया. शरीफ़ भारती ने दिल्ली के लाल हास्य किया, मुम्बई में भी कॉमेडी शो किये.
 
शरीफ़ भारती को लगभग हर न्यूज़ चैनल पर भी हास्य के लिए आमंत्रित किया गया जिसमें उन्होनें 'इंडियन टीवी के जस्ट लाफ़', बाकी माफ़, न्यूज़ 18 के लपेटे में नेताजी, एनडीटीवी के 'पॉलिटिकली इंकरप्त' कार्य्रकमों में बखूबी परफॉर्म कर लोगों को खूब हंसाया.
 
 
शरीफ़ भारती का फेन क्लब 
 
कई दिग्गज कॉमेडियन एक्टर्स से भी उनकी मुलाकात हुई. जिसमें राजपाल यादव, कपिल शर्मा, आदि शामिल हैं. आसिफ शेख, रोहिताश्व गौड़, नेहा पेंडसे, शिल्पा शिंदे यानी फेमस कॉमेडी टीवी सीरियल 'भाभी जी घर पर हैं' के कास्ट से भी उनकी मुलाकात हुई.
 
शरीफ़ भारती की कविताओं को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी सराहना मिली. वे भी उनके फेन क्लब में शामिल थे. 
 
 
स्टैंडअप कॉमेडी का दौर 
 
शरीफ़ भारती का मानना है कि कॉमेडी में आजकल प्योरिटी  नहीं बची आज युवा जो मंच पर पेश करते हैं उसमें वल्गेरिटी, अपशब्द, और बेइज्जती का लहजा हैं जिसे आज के युग में रोस्टिंग कहते हैं शायद आज के दौर में कुछ लोगों को ये भी मजाक मस्ती लगे और वे इसे पसंद करें.
 
लेकिन मेरा मानना है कि कॉमेडी स्पॉनटेनीयस, फनी और ओरिजिनल तभी होती है जब आपके सभी दर्शक और श्रोतागण उससे खुश हो और आपके जोक्स को एन्जॉय करे. बिना किसी शर्म के वे आपके लहजे पर हँसे, आपकी सब बातें सुने और ठहाके लगाए तभी आप एक सफल हास्य वक्ता हैं.
 
 
शरीफ़ भारती के अंदर प्रेम और सद्भावना की भावना

शरीफ भारती एक सामाजिक व्यक्ति हैं. शरीफ़ भारती ने केजीके कॉलेज से बीए के बाद एलएलबी भी किया वे मुफ्त में लोगों को लीगल सलाह भी देते हैं जिससे उनके परोपकारी गुणों का भी पता चलता हैं. शरीफ़ भारती के अंदर प्रेम, सद्भावना की भावना भी कूट-कूट कर भरी है. 
 
उन्होनें आवाज द वॉयस को बताया कि जब वे कॉमेडी शो करने कोलकाता गए थे तब कालीघाट मन्दीर में जाकर आशीर्वाद लें औअर प्रसाद ग्रहण करना उन्हें आज भी याद है, वे अपने दोस्तों के साथ वृंदावन, मथुरा भी दर्शन के लिए जाते हैं, उनका सभी धर्मों के लिए सम्मान है यह तक की उनका बेटा   मथुरा के कृष्णा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा है.
 
 
जब वे वहां एडमीशन के लिए पहुंचे तो एक बार वह के प्रिंसिपल ने शरीफ़ से पूछा कि एक मुस्लिम होते हुए आप यहां अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए आए हैं तो शरीफ़ ने उन्हें बताया कि वे सबको एक समान मानते हैं उनके मन में किसी भी धर्म, समुदाय  या जाती को लेकर कोई भेदभाव नहीं है. 
 
 
और वे अपने आप को खुशकिस्मत मानते हैं की विविध संस्कृती के धनी भारत के वासी है जहां उनकी कला को बिना किसी भेदभाव के सम्मान और सराहना मिलती है.