आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) के एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (एजेके-एमसीआरसी) में एमए विजुअल इफेक्ट्स और एनीमेशन के तीसरे सेमेस्टर के छात्रों द्वारा आयोजित वार्षिक कार्यक्रम "टून तमाशा" का उद्घाटन 13 नवंबर को हुआ. विश्वविद्यालय की एमएफ हुसैन आर्ट गैलरी में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर मजहर आसिफ ने किया.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली एनसीआर में स्थित एक प्रमुख एनीमेशन और वीएफएक्स स्टूडियो "साइट्रस इंक" की सीईओ और संस्थापक वृंदा सूद भी उपस्थित रहीं.
यह कार्यक्रम और प्रदर्शनी 14 नवंबर तक सभी छात्रों और उद्योग विशेषज्ञों के लिए खुला रहेगा. इसका उद्देश्य एजेके-एमसीआरसी के एनीमेशन छात्रों के रचनात्मक कार्यों को विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों, शिक्षकों और आम दर्शकों के समक्ष प्रदर्शित करना है, जिससे एनीमेशन क्षेत्र की व्यापक समझ को प्रोत्साहन मिल सके.
छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करने के लिए एनीमेशन से संबंधित उत्पादों का स्टॉल भी लगाया, जिसमें उनके द्वारा डिज़ाइन किए गए सामान शामिल थे. इसके साथ ही, उन्होंने अपनी एनिमेटेड फिल्में और पाठ्यक्रम के दौरान किए गए प्रोजेक्ट्स भी प्रदर्शित किए. इसके अतिरिक्त, स्टॉप मोशन एनीमेशन और ग्रीन स्क्रीन तकनीक जैसी विशेषताओं पर कार्यशालाएँ आयोजित कीं.
कुलपति ने छात्रों से बातचीत की और उनके कार्यों का गहराई से निरीक्षण किया.अपने संबोधन में उन्होंने रचनात्मकता को मानवता के सार का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह कृत्रिम सीमाओं से परे जाती है और समाज में प्रेम और सौहार्द का वातावरण तैयार करती है. उन्होंने छात्रों को अपनी कला के प्रति उत्साह बनाए रखने और समाज की भलाई के लिए अपनी प्रतिभा का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया.