जामिया मिल्लिया के 26 शोधकर्ता शीर्ष 2 फीसदी वैज्ञानिकों की सूची में

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 05-10-2023
Jamia Millia Islamia university
Jamia Millia Islamia university

 

नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया के 26 शोधकर्ताओं ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में स्थान हासिल किया. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रख्यात प्रोफेसर जॉन आयोनिडिस के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार और एल्सेवियर बी.वी. द्वारा प्रकाशित यह सम्मानित सूची है. इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय का कहना है कि यह विश्व मंच पर जामिया स्कॉलर्स द्वारा किए गए उत्कृष्ट शोध योगदान का एक प्रमाण है.

जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा, "यह उपलब्धि जामिया में अपनाए गए असाधारण शोध मानकों को दर्शाती है. यह हमारे विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता के वैश्विक पटल पर स्थापित करती है और हमें बेहद गर्व से भर देती है."

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की सूची में भारत के लगभग 3,500 शोधकर्ताओं को शामिल किया गया है, जो वैश्विक अनुसंधान परिदृश्य पर देश के विद्वतापूर्ण प्रयासों के महत्वपूर्ण प्रभाव को उजागर करता है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने दो सूचियां जारी की है, एक करियर-लॉन्ग डेटा पर आधारित है और दूसरी वर्ष 2022 में शोधकर्ताओं के प्रदर्शन पर केंद्रित है.

करियर-लॉन्ग डेटा श्रेणी में आठ जामिया प्रोफेसर ने अपना स्थान सुरक्षित किया है. इनमें प्रो. इमरान अली, प्रो हसीब अहसान, प्रोफेसर सुशांत घोष, प्रो. अतीकुर रहमान, प्रो. अंजन ए.सेन, प्रो. अहमद शरीफ़, प्रो. अहमद तोकीर और प्रो. इस्लाम तारिकुल शामिल हैं.

वर्ष 2022 प्रदर्शन श्रेणी में, प्रोफेसर और पीएच.डी. सहित प्रभावशाली 26 वैज्ञानिक व जामिया के स्कॉलर्स को मान्यता दी गई है. यह मान्यता 96,17,763 से अधिक शीर्ष वैज्ञानिकों के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटाबेस पर आधारित है. इसमें उद्धरण, एच-इंडेक्स, विभिन्न लेखक पदों पर कागजात के उद्धरण और एक समग्र संकेतक पर मानकीकृत जानकारी शामिल है.

स्टैण्डर्ड साइंस-मेट्रिक्स वर्गीकरण के अनुसार, वैज्ञानिकों को 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों और 174 उप-क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है. कम से कम पांच पेपर वाले सभी वैज्ञानिकों के लिए फ़ील्ड- और उप-फ़ील्ड-विशिष्ट प्रतिशत भी प्रदान किए जाते हैं.

करियर-लॉन्ग डेटा को 2022 के अंत तक अद्यतन किया जाता है और एकल हालिया वर्ष का डेटा कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान प्राप्त उद्धरणों से संबंधित होता है. यह चयन सी-स्कोर (स्व-उद्धरण के साथ और बिना) सब-फील्ड में 2 प्रतिशत या उससे अधिक की प्रतिश तक रैंक या ए द्वारा शीर्ष 100,000 वैज्ञानिकों पर आधारित है.

विश्वविद्यालय का कहना है कि सी-स्कोर उत्पादकता (प्रकाशनों की संख्या) के बजाय इम्पेक्ट (साइटेशन) पर ध्यान केंद्रित करता है, और इसमें को-ऑथरशिप और ऑथर पोजीशन (एकल, प्रथम, अंतिम लेखक) पर जानकारी भी शामिल होती है.

 

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