अबू शाहमा अंसारी / बारा बांकी
दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज के उर्दू विभाग ने नये छात्रों के सम्मान में एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बीए प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, वहीं उर्दू विभाग के सभी शिक्षकगण भी उपस्थित रहे, जिन्होंने समारोह की गरिमा में चार चाँद लगा दिए.
इस मौके पर उर्दू विभाग के प्रभारी डॉ. कमर-उल-हसन ने छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें शिक्षा और प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी. उन्होंने कहा, "यह कॉलेज आपके ज्ञान और प्रशिक्षण का केन्द्र है.आप सभी का मुख्य कार्य इन पर अपना ध्यान केंद्रित करना है." इसके साथ ही डॉ. फैयाज आलम, डॉ. आरिफ इश्तियाक, डॉ. अफसाना हयात, डॉ. फख्र आलम, और डॉ. मुहम्मद रुकनुद्दीन ने छात्रों के उच्चारण, शिक्षा और कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने सभी छात्रों को विभाग की विभिन्न समितियों में भाग लेने और अपनी प्रतिभा का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया ताकि वे अपने करियर और भविष्य के लिए सर्वोत्तम अवसर प्राप्त कर सकें.कार्यक्रम का सफल आयोजन "नूयी शितादा" नामक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत हुआ, जिसमें डॉ. बशीर शाहीन की भूमिका अहम रही.
कार्यक्रम की मेजबानी सानिया सैफी, एख्ता आलम, बुशरा रहमान और अरीबा खानम ने की. आयोजन समिति में साकिब रफीक, गुलफशां, रेहाना खातून, आबिद हुसैन, अफ्फान पठान, असना सोहेल, बुशरा लारहमान, अरीबा खानम, अरीबा अहमद, अदीबा रजा, खुशनामा, मोहम्मद शान, मोहम्मद अयान, सदफ, सानिया सैफी (तृतीय वर्ष), फरहीन बानो, मुहम्मद अमान अंसारी, मुहम्मद फरदीन, इकरा सैफी और हन्ना (द्वितीय वर्ष) ने भी अहम भूमिका निभाई.
समारोह के अंत में मिस्टर फ्रेशर के रूप में अमानुल्लाह और मिस फ्रेशर के रूप में उलमा सैफी को घोषित किया गया. कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ, जिसमें उर्दू विभाग के सभी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.