आवाज द वाॅयस/हैदराबाद
महिला शिक्षा विभाग, मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी और माई चॉइस फाउंडेशन ने हैदराबाद के विभिन्न क्षेत्रों जैसे चारमीनार, शाह अलीबंदा, मुगलपुरा, गोलकुंडा किला आदि में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए.इस कार्यक्रम में महिला शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रो. आमना तहसीन और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शबाना केसर ने भाग लिया.
इस जागरूकता अभियान के दौरान "लिंग संबंधी मुद्दे और अपराध, महिलाओं के संवैधानिक अधिकार, महिलाओं की आत्म-जागरूकता का महत्व और इसके आवश्यक पहलुओं" पर विस्तृत उपदेश, चित्र और रेखाचित्रों के माध्यम से जानकारी साझा की गई। इन प्रयासों के द्वारा सामाजिक स्तर पर महिलाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया.विभिन्न सत्रों में आम महिलाओं के साथ-साथ कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया.
प्रो. आमना तहसीन के अनुसार, ये कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र द्वारा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को खत्म करने के उद्देश्य से हर साल 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक आयोजित किए जाते हैं, जिन्हें "सोलह दिन की सक्रियता" कहा जाता है.भारत सरकार भी शैक्षिक और सामाजिक स्तर पर महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और लैंगिक असमानताओं को समाप्त करने के लिए प्रयासरत है.
ऐसे में शैक्षिक संस्थानों को भी जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। महिला शिक्षा विभाग, MANU लैंगिक समानता, महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक और विस्तार कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है.