जामिया मिलिया में पीजी डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन शुरू, डिजिटलीकरण में बनाएं करियर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 09-04-2025
Applications for PG Diploma course started in Jamia Millia, make a career in digitalization
Applications for PG Diploma course started in Jamia Millia, make a career in digitalization

 

आवाज द वाॅयसन/ नई दिल्ली

 भारत के प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिलिया इस्लामिया की डॉ. जाकिर हुसैन लाइब्रेरी ने पुस्तकालयों और अभिलेखागार में संरक्षण, संरक्षण (Preservation & Conservation) और डिजिटलीकरण (Digitization) में एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है.

यह कोर्स उन युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, पुस्तकालयों, संग्रहालयों और अभिलेखागार के डिजिटलीकरण व संरक्षण के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं.

 कोर्स से जुड़ी मुख्य जानकारियां

 कोर्स का नाम: पुस्तकालयों और अभिलेखागार में संरक्षण, संरक्षण और डिजिटलीकरण में पीजी डिप्लोमा

 आयोजक संस्था: डॉ. ज़ाकिर हुसैन लाइब्रेरी, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली

 पात्रता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से BA / B.Sc / B.Com में न्यूनतम 50% अंक
jamia
 कुल सीटें: 40

कोर्स शुल्क: ₹24,925/-

 आवेदन प्रक्रिया और परीक्षा विवरण

 ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 10 अप्रैल 2025

 प्रवेश परीक्षा की तिथि: 28 अप्रैल 2025

 आवेदन प्रक्रिया: इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं.

 कोर्स की खासियतें

 प्रायोगिक प्रशिक्षण (Hands-on Practical Learning)

नवीनतम तकनीकी ज्ञान और डिजिटल स्किल्स

 विशेषज्ञ फैकल्टी और मार्गदर्शन

 भारत सरकार की NEP 2020 से संरेखित

 सेल आधारित शिक्षा (Skill-based Learning) का समावेश

 अभिलेखागार, संग्रहालयों, पुस्तकालयों व पुरातत्व विभागों में रोजगार के अवसर

 करियर की संभावनाएं और भविष्य की दिशा

देश और दुनिया में तेजी से बढ़ते डिजिटल संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत के डिजिटलीकरण के काम को देखते हुए इस क्षेत्र में प्रशिक्षित पेशेवरों की भारी मांग है. भारत सरकार की "भारतीय ज्ञान परंपरा" और "संस्कृति मंत्रालय" की विभिन्न परियोजनाएं, जैसे कि यूनेस्को से जुड़ी स्कीमें और कोव-फंडेड प्रोजेक्ट्स, इस क्षेत्र में अवसरों को और भी बढ़ा रही हैं.

डिजिटल आर्काइव्स, पांडुलिपि संरक्षण, लाइब्रेरी ऑटोमेशन, और डिजिटल हेरिटेज प्रिजर्वेशन जैसे क्षेत्रों में करियर के लिए यह कोर्स अत्यंत उपयोगी है.

जुड़ें भारत की विरासत को सहेजने के इस मिशन में

यदि आप भारत की अनमोल सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने, डिजिटलीकृत करने और भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने के मिशन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो जामिया मिलिया इस्लामिया का यह पीजी डिप्लोमा कोर्स आपके लिए एक सही कदम हो सकता है.

 आवेदन के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया की वेबसाइट पर विजिट करें और 10 अप्रैल से पहले फॉर्म सबमिट करना न भूलें.