आवाज़ द वाॅयस ब्यूरो/ हैदराबाद
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) बहुत जल्द शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया आरंभ करने जा रहा है. विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. मुहम्मद मुस्तफा अली सरवरी ने जानकारी दी है कि प्रवेश से जुड़ी विस्तृत अधिसूचना अगले सप्ताह विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएगी.
MANUU की विशेषता: उर्दू माध्यम का इकलौता केंद्रीय विश्वविद्यालय
1998 में संसद के अधिनियम के तहत स्थापित मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय का नाम देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम पर रखा गया है.
यह देश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जहां शिक्षण माध्यम उर्दू है. विश्वविद्यालय का उद्देश्य उर्दू भाषियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध कराना और उन्हें व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाना है.
शैक्षणिक ढांचा और विभाग
MANUU में 8 स्कूलों के अंतर्गत 19 विभाग संचालित हो रहे हैं, जिनमें स्नातक से लेकर पीएचडी स्तर तक 115 से अधिक पाठ्यक्रम पेश किए जा रहे हैं. इनमें प्रमुख पाठ्यक्रम हैं:
शिक्षा विभाग: डीएलएड, बीएड, इंटीग्रेटेड बीएड, एमएड और पीएचडी
तकनीकी शिक्षा: बीटेक, एमटेक, एमसीए, डिप्लोमा, आईटीआई
वाणिज्य और प्रबंधन: बीकॉम, एमकॉम, एमबीए, पीएचडी
विज्ञान: बीएससी, एमएससी (गणित), पीएचडी
मीडिया एवं पत्रकारिता: बीए ऑनर्स इन जनरलिज्म, एमसीजे, पीएचडी
कानून: बीए एलएलबी, एलएलबी, एलएलएम और पीएचडी (2024-25 से शुरू)
शिक्षा विभाग: रोजगार दिलाने वाला सबसे मजबूत आधार
शिक्षा विभाग विश्वविद्यालय का सबसे लोकप्रिय और सफल विभाग है. यहां से स्नातक करने वाले सैकड़ों छात्र देश भर के सरकारी स्कूलों में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं. वर्ष 2025 में विश्वविद्यालय की छात्रा अनम ज़फ़र ने यूजीसी नेट (जेआरएफ) परीक्षा में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल कर मानू का नाम देशभर में रोशन किया.
तकनीकी शिक्षा और रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम
2014 में स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना के बाद MANUU ने कंप्यूटर साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फैशन डिजाइनिंग जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम शुरू किए हैं. हैदराबाद, बेंगलुरु, दरभंगा, कटक और कडप्पा में पांच पॉलिटेक्निक कॉलेज और तीन आईटीआई संस्थान कार्यरत हैं.
यहां के डिप्लोमा कोर्सेज में सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी शामिल हैं। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से होता है.
मानू लॉ स्कूल: सिविल सेवाओं और न्यायिक क्षेत्र की ओर नया कदम
साल 2022 में नालसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के सहयोग से एमए लीगल स्टडीज़ कार्यक्रम की शुरुआत की गई. 2024-25 से मानू लॉ स्कूल में पांच वर्षीय बीए एलएलबी, तीन वर्षीय एलएलबी, एक वर्षीय एलएलएम और पीएचडी जैसे प्रमुख पाठ्यक्रम आरंभ किए गए हैं.
जनसंचार, अनुवाद और भाषा शिक्षा में विशेष पहचान
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय ने 2004 से अनुवाद अध्ययन, उर्दू, हिंदी, अरबी, फारसी और अंग्रेज़ी में एमए स्तर की शिक्षा प्रारंभ की थी. पत्रकारिता विभाग बीए ऑनर्स, एमसीजे और पीएचडी पाठ्यक्रम चलाता है, जिससे मीडिया इंडस्ट्री में कई छात्रों ने करियर बनाया है.
विज्ञान शिक्षा में भी अग्रणी
2006 में स्कूल ऑफ साइंसेज़ की स्थापना की गई. यहां गणित विभाग के अंतर्गत बीएससी, एमएससी और पीएचडी पाठ्यक्रम संचालित हैं. इसके अलावा बीवोक और एमवोक जैसे स्किल आधारित प्रोग्राम भी लोकप्रिय हैं.
पीएचडी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आवेदक
MANUU में पीएचडी प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के अलावा यूजीसी नेट और जेआरएफ उत्तीर्ण छात्र भी आवेदन कर सकते हैं. हर वर्ष पीएचडी की सीमित सीटों के लिए सैकड़ों योग्य अभ्यर्थी आवेदन करते हैं.
प्रवेश प्रक्रिया की श्रेणियां और आवश्यकताएं
विश्वविद्यालय में प्रवेश दो श्रेणियों में दिया जाता है:
प्रवेश परीक्षा के आधार पर
योग्यता के आधार पर (मेरिट)
उर्दू भाषा का अध्ययन अनिवार्य है, क्योंकि सभी प्रश्नपत्र उर्दू में होते हैं और उत्तर भी उर्दू में ही लिखे जाते हैं.
अधिसूचना कहां मिलेगी?
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय की प्रवेश अधिसूचना शीघ्र ही विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी:
🌐 www.manuu.edu.in