Adani Foundation donates Rs 100 crore for Young India Skills University in Telangana
हैदराबाद
देश का सुनहरा भविष्य बनाने और नई पीढ़ियों को आगे बढ़ाने के लिए अदाणी फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार को तेलंगाना में यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये दान करने की घोषणा की गई.
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अदाणी फाउंडेशन के डेलिगेशन के साथ राज्य के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से मिलकर यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी के लिए 100 करोड़ रुपये का चेक दिया.
गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की परिवर्तनकारी दृष्टि और प्रेरक नेतृत्व में बन रही यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी पहल के लिए योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.
अदाणी ग्रुप चेयरमैन ने कहा कि हम साथ मिलकर न केवल अपने युवाओं के भविष्य को आकार दे रहे हैं, बल्कि एक उज्जवल, अधिक समृद्ध भारत के लिए असीमित संभावनाओं का द्वार खोल रहे हैं. हमें यहां एक ऐसी स्थायी विरासत का निर्माण करना है, जो आने वाली पीढ़ियों का उत्थान करेगी.
अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी, मुख्य सचिव शांति कुमारी और अन्य अधिकारी भी वहां उपस्थित थे.
गौतम अदाणी ने युवाओं के कौशल विकास और सशक्तिकरण के लिए तेलंगाना सरकार की पहल के लिए निरंतर समर्थन का भी वादा किया.
मुख्यमंत्री रेड्डी ने एक अगस्त को राज्य की विधानसभा में घोषणा की थी कि अदाणी लॉजिस्टिक्स यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी के इंडस्ट्री पार्टनर्स में से एक होगी.
विधानसभा ने एक ऐसे यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी तेलंगाना (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) विधेयक-2024 पारित किया, जो छात्रों को उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए कौशल से लैस करेगा.
साथ यह घोषणा की गई थी कि अदाणी लॉजिस्टिक्स और O9 सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी में स्कूल ऑफ ई-कॉमर्स एंड लॉजिस्टिक्स की स्थापना की जाएगी. साझेदार कंपनियां पाठ्यक्रम तैयार करेंगी, अपने-अपने क्षेत्रों में छात्रों को प्रशिक्षित करेंगी और नौकरियां प्रदान करेंगी.
11 अक्टूबर को यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी ने घोषणा की थी कि वह 4 नवंबर से अपने पाठ्यक्रमों का पहला सेट लॉन्च करेगी. यूनिवर्सिटी ने शुरुआत में तीन स्कूल लॉन्च किए हैं, जिसमें स्कूल ऑफ लॉजिस्टिक्स एंड ई-कॉमर्स, स्कूल ऑफ हेल्थकेयर और स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल्स और लाइफ साइंस शामिल हैं.