राकेश चौरासिया
नवरात्रि 2025: पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और नौ दिनों की महिमा
भारत में नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्योहार शक्ति की देवी माँ दुर्गा को समर्पित है और पूरे नौ दिनों तक भक्तों द्वारा उपवास, पूजा-अर्चना और भक्ति के साथ मनाया जाता है. नवरात्रि वर्ष में चार बार आती हैं - चैत्र, आषाढ़, अश्विन और पौष महीने में. लेकिन अश्विन मास में आने वाली शारदीय नवरात्रि और चैत्र मास की वसंत नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. वर्ष 2025 में नवरात्रि का पर्व कब है, इसके शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानते हैं.
नवरात्रि 2025 शक्ति उपासना और साधना का प्रमुख पर्व है. इस दौरान माँ दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है, जिससे व्यक्ति को आध्यात्मिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है. इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से प्रारंभ होगी. घटस्थापना, व्रत, अनुष्ठान और पूजन विधि का पालन करने से भक्तों को देवी की कृपा प्राप्त होगी और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी.
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 30 मार्च को है. इस वजह से नवरात्रि रविवार को शुरू होगी. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी. लेकिन, द्वितीया और तृतीया तिथि 31 मार्च को एक ही दिन लग रही है, इसलिए तृतीया तिथि का क्षय हो रहा है. इस कारण चौत्र नवरात्रि पर 8 दिन ही व्रत रखा जाएगा.
देखिए किस दिन कौनसा व्रत रखा जाएगा -
नवरात्रि में व्रत रखने वाले भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है.
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि भारतीय संस्कृति और धर्म में विशेष स्थान रखती है. इस पर्व में शक्ति की आराधना की जाती है, जिससे व्यक्ति को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है. यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि हमें अपने अंदर की नकारात्मक शक्तियों को समाप्त कर सकारात्मकता की ओर बढ़ना चाहिए.
इस शुभ अवसर पर सभी भक्तों को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ!